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उन्नाव। जिले के 48 और तालाब अमृत सरोवर के रूप में विकसित किए जाएंगे। इस पर काम भी शुरू हो गया है। प्रशासन 15 अगस्त से पहले सभी सरोवरों का काम पूरा कराने में जुट गया है।
जिले में पहले 100 तालाबों को चिह्नित कर उन्हें अमृत सरोवर के रूप में विकसित किया जा रहा था। इसके लिए 5454 हेक्टेअर जमीन चिह्नित की गई थी। तालाब का सुंदरीकरण सहित झंडारोहण स्थल बनाए जाने की तैयारी शुरू की गई थी। इन तालाबों पर 75 फीसदी काम पूरा हो गया तो प्रशासन ने 108 और नए तालाबों को अमृत सरोवर बनाने की कवायद शुरू कर दी थी।
इसमें 5458 हेक्टेअर भूमि का चिह्नांकन करके काम शुरू किया गया। इसी बीच 27 जुलाई को आए एक नए शासनादेश में 48 नए अमृत सरोवर बनाए जाने के निर्देश दिए गए। इसके बाद प्रशासन ने नए लक्ष्य को पूरा करने का काम शुरू कर दिया।
इसके लिए 2727 हेक्टेअर भूमि चिह्नित की गई। वर्तमान में जिले में जिला पंचायत के पांच सहित 261 अमृत सरोवर तैयार किए जा रहे हैं। सीडीओ दिव्यांशु पटेल ने बताया कि अमृत सरोवर का जो नया लक्ष्य मिला है, उसमें जेसीबी से खुदाई की छूट दी गई है। बताया कि सभी सरोवरों का काम 15 अगस्त तक पूरा करके झंडारोहण किया जाएगा।
उन्नाव। जिले के 48 और तालाब अमृत सरोवर के रूप में विकसित किए जाएंगे। इस पर काम भी शुरू हो गया है। प्रशासन 15 अगस्त से पहले सभी सरोवरों का काम पूरा कराने में जुट गया है।
जिले में पहले 100 तालाबों को चिह्नित कर उन्हें अमृत सरोवर के रूप में विकसित किया जा रहा था। इसके लिए 5454 हेक्टेअर जमीन चिह्नित की गई थी। तालाब का सुंदरीकरण सहित झंडारोहण स्थल बनाए जाने की तैयारी शुरू की गई थी। इन तालाबों पर 75 फीसदी काम पूरा हो गया तो प्रशासन ने 108 और नए तालाबों को अमृत सरोवर बनाने की कवायद शुरू कर दी थी।
इसमें 5458 हेक्टेअर भूमि का चिह्नांकन करके काम शुरू किया गया। इसी बीच 27 जुलाई को आए एक नए शासनादेश में 48 नए अमृत सरोवर बनाए जाने के निर्देश दिए गए। इसके बाद प्रशासन ने नए लक्ष्य को पूरा करने का काम शुरू कर दिया।
इसके लिए 2727 हेक्टेअर भूमि चिह्नित की गई। वर्तमान में जिले में जिला पंचायत के पांच सहित 261 अमृत सरोवर तैयार किए जा रहे हैं। सीडीओ दिव्यांशु पटेल ने बताया कि अमृत सरोवर का जो नया लक्ष्य मिला है, उसमें जेसीबी से खुदाई की छूट दी गई है। बताया कि सभी सरोवरों का काम 15 अगस्त तक पूरा करके झंडारोहण किया जाएगा।
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