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उन्नाव। जिला अस्पताल स्थित जन औषधि केंद्र में दवाओं की उपलब्धता बढ़ने से मरीजों को राहत मिलेगी। यहां अभी तक 35 प्रकार की दवाएं उपलब्ध थीं। शनिवार को 13 प्रकार की दवाएं और आई हैं। इससे मरीजों को सस्ती जेनरिक दवाएं उपलब्ध हो सकेंगी।
फार्मासिस्ट अभिषेक पाल ने बताया कि मधुमेह के लिए ग्लिमेपाइराइड, एलोडाइपिन, मेटफोर्मिन टैबलेट, गैस के लिए रैबिप्रजोल, रैनीटिन, टैबलेट, बीपी के लिए रेमिप्रिल, टेल्मीसार्टन टैबलेट, कैंसर व डायलिस के मरीजों को दी जाने वाली एस्पिरिन टैबलेट, मॉक्सीफ्लॉक्सीसिन, कार्बोक्सिमिथाइलसैल्यूलोज आंख की ड्रॉप, एंटीबायोटिक सेफेक्सीम, दर्द के लिए डाइक्लोफेनिक जेल के साथ कैल्शियम व मल्टीविटामिन भेजी गई हैं।
सीएमएस डॉ. पवन कुमार ने बताया कि जन औषधि केंद्र में दवाओं की उपलब्धता बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य निदेशक को पत्र लिखा था। इससे दवाओं की उपलब्धता बढ़ी है। अब मरीजों को उनकी जरूरत के अनुसार दवाएं मिलने लगी हैं। दो साल से बंद चल रहे जन औषधि केंद्र का संचालन 20 फरवरी 2022 को दोबारा शुरू किया गया था।
उन्नाव। जिला अस्पताल स्थित जन औषधि केंद्र में दवाओं की उपलब्धता बढ़ने से मरीजों को राहत मिलेगी। यहां अभी तक 35 प्रकार की दवाएं उपलब्ध थीं। शनिवार को 13 प्रकार की दवाएं और आई हैं। इससे मरीजों को सस्ती जेनरिक दवाएं उपलब्ध हो सकेंगी।
फार्मासिस्ट अभिषेक पाल ने बताया कि मधुमेह के लिए ग्लिमेपाइराइड, एलोडाइपिन, मेटफोर्मिन टैबलेट, गैस के लिए रैबिप्रजोल, रैनीटिन, टैबलेट, बीपी के लिए रेमिप्रिल, टेल्मीसार्टन टैबलेट, कैंसर व डायलिस के मरीजों को दी जाने वाली एस्पिरिन टैबलेट, मॉक्सीफ्लॉक्सीसिन, कार्बोक्सिमिथाइलसैल्यूलोज आंख की ड्रॉप, एंटीबायोटिक सेफेक्सीम, दर्द के लिए डाइक्लोफेनिक जेल के साथ कैल्शियम व मल्टीविटामिन भेजी गई हैं।
सीएमएस डॉ. पवन कुमार ने बताया कि जन औषधि केंद्र में दवाओं की उपलब्धता बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य निदेशक को पत्र लिखा था। इससे दवाओं की उपलब्धता बढ़ी है। अब मरीजों को उनकी जरूरत के अनुसार दवाएं मिलने लगी हैं। दो साल से बंद चल रहे जन औषधि केंद्र का संचालन 20 फरवरी 2022 को दोबारा शुरू किया गया था।
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