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उन्नाव। मगरवारा औद्योगिक क्षेत्र स्थित तिरपाल बनाने वाली फैक्टरी में बुधवार सुबह चार बजे शार्ट सर्किट से आग लग गई।
तेज लपटें उठने से आसपास की अन्य फैक्टरियों में दहशत फैल गई। अग्निशमन विभाग ने पांच दमकलों की मदद से चार घंटे मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। पीड़ित के अनुसार लाखों के उपकरण और माल जल गया है।
गोकुल बाबा पावर सब स्टेशन के पास स्थित तिरपाल बनाने वाली फैक्टरी एमजे इंटर प्राइजेज में बुधवार सुबह चार बजे अचानक आग लग गई।
कुछ ही देर में लपटों ने भयावह रूप ले लिया। कर्मचारियों में भगदड़ मच गई। सभी फैक्टरी से बाहर आ गए। कानपुर निवासी फैक्टरी मालिक सूर्यांश जैन मौके पर पहुंचे।
अग्निशमन अधिकारी दमकल की गाड़ियों के साथ पहुंचे। चार घंटे बाद आग बुझाई जा सकी। सीओ आशुतोष कुमार और कोतवाल राजेश पाठक भी पहुंचे। एफएसओ शिवदरस प्रसाद ने बताया कि आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है।
अग्निशमन अधिकारी शिवदरस प्रसाद ने बताया कि फैक्टरी में आग से बचाव के उपाय नहीं थे। न ही फैक्टरी के बाहर कोई बोर्ड लगा था।
दीवारों पर भी कोई पेंटिंग नहीं थी, जिससे फैक्टरी का पता चल सके। आग की घटना संदिग्ध लग रही है।
उन्नाव। मगरवारा औद्योगिक क्षेत्र स्थित तिरपाल बनाने वाली फैक्टरी में बुधवार सुबह चार बजे शार्ट सर्किट से आग लग गई।
तेज लपटें उठने से आसपास की अन्य फैक्टरियों में दहशत फैल गई। अग्निशमन विभाग ने पांच दमकलों की मदद से चार घंटे मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। पीड़ित के अनुसार लाखों के उपकरण और माल जल गया है।
गोकुल बाबा पावर सब स्टेशन के पास स्थित तिरपाल बनाने वाली फैक्टरी एमजे इंटर प्राइजेज में बुधवार सुबह चार बजे अचानक आग लग गई।
कुछ ही देर में लपटों ने भयावह रूप ले लिया। कर्मचारियों में भगदड़ मच गई। सभी फैक्टरी से बाहर आ गए। कानपुर निवासी फैक्टरी मालिक सूर्यांश जैन मौके पर पहुंचे।
अग्निशमन अधिकारी दमकल की गाड़ियों के साथ पहुंचे। चार घंटे बाद आग बुझाई जा सकी। सीओ आशुतोष कुमार और कोतवाल राजेश पाठक भी पहुंचे। एफएसओ शिवदरस प्रसाद ने बताया कि आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है।
अग्निशमन अधिकारी शिवदरस प्रसाद ने बताया कि फैक्टरी में आग से बचाव के उपाय नहीं थे। न ही फैक्टरी के बाहर कोई बोर्ड लगा था।
दीवारों पर भी कोई पेंटिंग नहीं थी, जिससे फैक्टरी का पता चल सके। आग की घटना संदिग्ध लग रही है।
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