दहशत में कट रही कच्चे घर में रहने वालों की रातें

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असोहा। पात्र होने के बाद भी प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण से बाहर हुए जिले के 1900 लाभार्थियों की रातें दहशत में कटती हैं। उन्हें हर साल बारिश में घर गिरने का डर सताता रहता है।
10 हजार से अधिक आबादी वाली कांथा पंचायत में लगभग 325 लाभार्थियों के नाम आवास प्लस सूची में शामिल किए गए थे लेकिन गलत फीडिंग होने से इनके नाम सूची से कट गए। अब 36 लाभार्थी ही बचे हैं। पंचायत के लगभग 300 लाभार्थी कच्चे घर में रहते हैं। कांथा निवासी राम गोपाल, राम बालक और उमेश सिंह के पास रहने के लिए घर तक नहीं है। टिनशेड रखकर किसी तरह परिवार के साथ गुजर बसर कर रहे हैं।
रामेश्वरी पत्नी स्व. मंगल लोधी का भी पूरा कच्चा घर गिरने की हालत में है। नाम आवास सूची में शामिल था लेकिन आटो डिलीशन में नाम सूची से कट गया। रामेश्वरी कहती हैं कि बारिश के समय घर गिरने का डर बना रहता है। वहीं मझखोरिया निवासी विद्या गौतम कच्ची कोठरी में परिवार के साथ रह रही है। जब आवास मिलने वाला था, तब जॉबकार्ड दर्ज होने से नाम कट गया।
दूसरों के घर में रहने को मजबूर
कांथा निवासी सुरेशचंद्र, शिवमंगल, सीताराम, शिवशंकर सिंह, श्यामलाल भी कच्चे घर में रह रहे हैं। पंचायत के मजरा गुरुबख्शखेड़ा के कल्लू और बरजोरखेड़ा निवासी सरला पत्नी सुरेश रावत दूसरे के घर में रहती हैं।
तीन मौतों के बाद जागा प्रशासन
असोहा। कांथा में कच्ची कोठरी गिरने से ज्ञानप्रकाश के बेटे अंकित, अंकुश और उन्नति की मौत हो गई थी। तीन मौतों के बाद प्रशासन ने गांव में कच्चे और जर्जर घरों में रह रहे ग्रामीणों की सुध ली। एसडीएम अजीत जायसवाल ने प्रधान सुनील लोधी, लेखपाल दिनेश और सचिव प्रमोद सिंह से गांव में कच्चे और जर्जर घरों में रह रहे लोगों की सूची मांगी। इस पर सचिव ने पंचायत भवन में डेरा जमा लिया और तीन दिन में सर्वे पूरा करने की बात कही। वहीं शनिवार को पीड़ित ज्ञान प्रकाश पत्नी कांती के साथ पड़ोसी के मकान में रहे। पड़ोसियों ने भोजन कराया। प्रधान सुनील लोधी ने मजदूर लगाकर घर का मलबा साफ कराया। ज्ञान प्रकाश ने बताया कि उसके खाते में अनुदान राशि नहीं पहुंची है। वहीं तीन बच्चों की मौत से दंपती का रो-रोकर बुरा हाल है। (संवाद)
दुआ गांव में गिरे पांच घर
बिछिया। सदर तहसील के गांव दुआ में बारिश के कारण पांच किसानों के कच्चे घर ध्वस्त हो गए। दुआ निवासी गीता, रमाकांत, बख्खाखेड़ा की महदेई, बाजारखेड़ा के श्रीपाल व रमेश कच्चे घर में रहते थे। शुक्रवार रात पांचों के घर गिर गए। ग्राम प्रधान राजेश सिंह ने राजस्व विभाग को जानकारी दी है। (संवाद)

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असोहा। पात्र होने के बाद भी प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण से बाहर हुए जिले के 1900 लाभार्थियों की रातें दहशत में कटती हैं। उन्हें हर साल बारिश में घर गिरने का डर सताता रहता है।

10 हजार से अधिक आबादी वाली कांथा पंचायत में लगभग 325 लाभार्थियों के नाम आवास प्लस सूची में शामिल किए गए थे लेकिन गलत फीडिंग होने से इनके नाम सूची से कट गए। अब 36 लाभार्थी ही बचे हैं। पंचायत के लगभग 300 लाभार्थी कच्चे घर में रहते हैं। कांथा निवासी राम गोपाल, राम बालक और उमेश सिंह के पास रहने के लिए घर तक नहीं है। टिनशेड रखकर किसी तरह परिवार के साथ गुजर बसर कर रहे हैं।

रामेश्वरी पत्नी स्व. मंगल लोधी का भी पूरा कच्चा घर गिरने की हालत में है। नाम आवास सूची में शामिल था लेकिन आटो डिलीशन में नाम सूची से कट गया। रामेश्वरी कहती हैं कि बारिश के समय घर गिरने का डर बना रहता है। वहीं मझखोरिया निवासी विद्या गौतम कच्ची कोठरी में परिवार के साथ रह रही है। जब आवास मिलने वाला था, तब जॉबकार्ड दर्ज होने से नाम कट गया।

दूसरों के घर में रहने को मजबूर

कांथा निवासी सुरेशचंद्र, शिवमंगल, सीताराम, शिवशंकर सिंह, श्यामलाल भी कच्चे घर में रह रहे हैं। पंचायत के मजरा गुरुबख्शखेड़ा के कल्लू और बरजोरखेड़ा निवासी सरला पत्नी सुरेश रावत दूसरे के घर में रहती हैं।

तीन मौतों के बाद जागा प्रशासन

असोहा। कांथा में कच्ची कोठरी गिरने से ज्ञानप्रकाश के बेटे अंकित, अंकुश और उन्नति की मौत हो गई थी। तीन मौतों के बाद प्रशासन ने गांव में कच्चे और जर्जर घरों में रह रहे ग्रामीणों की सुध ली। एसडीएम अजीत जायसवाल ने प्रधान सुनील लोधी, लेखपाल दिनेश और सचिव प्रमोद सिंह से गांव में कच्चे और जर्जर घरों में रह रहे लोगों की सूची मांगी। इस पर सचिव ने पंचायत भवन में डेरा जमा लिया और तीन दिन में सर्वे पूरा करने की बात कही। वहीं शनिवार को पीड़ित ज्ञान प्रकाश पत्नी कांती के साथ पड़ोसी के मकान में रहे। पड़ोसियों ने भोजन कराया। प्रधान सुनील लोधी ने मजदूर लगाकर घर का मलबा साफ कराया। ज्ञान प्रकाश ने बताया कि उसके खाते में अनुदान राशि नहीं पहुंची है। वहीं तीन बच्चों की मौत से दंपती का रो-रोकर बुरा हाल है। (संवाद)

दुआ गांव में गिरे पांच घर

बिछिया। सदर तहसील के गांव दुआ में बारिश के कारण पांच किसानों के कच्चे घर ध्वस्त हो गए। दुआ निवासी गीता, रमाकांत, बख्खाखेड़ा की महदेई, बाजारखेड़ा के श्रीपाल व रमेश कच्चे घर में रहते थे। शुक्रवार रात पांचों के घर गिर गए। ग्राम प्रधान राजेश सिंह ने राजस्व विभाग को जानकारी दी है। (संवाद)

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