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चित्रकूट सामूहिक दुष्कर्म मामला
– फोटो : अमर उजाला
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मां मंदाकिनी शांत हैं। किनारे पर अजीब सा सन्नाटा है। बीच धारा में किशोरी से हुई सामूहिक दुष्कर्म की घटना से मंदाकिनी मानो सदमे में है। संत-महंतों ने भी इस घटना पर गहरा आक्रोश जताया है। उनका कहना है कि मां मंदाकिनी के आंचल को मैला करने वाले दुष्कर्मियों को परलोक में भी इसकी सजा भुगतनी होगी। उन्होंने आस्था को कलंकित करने का पाप किया है। उनकी आत्मा को चैन नहीं मिलेगा।
भरत मंदिर के महंत दिव्यजीवन दास कहते हैं कि ऐसे पापियों को इतनी कड़ी सजा मिलनी चाहिए कि दूसरा कोई ऐसा दुस्साहस न कर सके। मंदाकिनी तो हमेशा पापियों के पाप धोती हैं। सबका कल्याण करती हैं। कोई सोच भी नहीं सकता कि यहां ऐसी घटना हो सकती है। जानकी महल के महंत सीताशरण दास ने कहा कि जो घटना हुई, उससे सभी शर्मसार हैं। ऐसे पापियों का कभी कल्याण नहीं होगा। मां मंदाकिनी हमेशा मोक्ष देने का काम करती हैं। इन पापियों ने आस्था पर गहरा आघात किया है।
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