निजी क्लीनिक में इलाज के दौरान महिला की मौत, हंगामा

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सफीपुर। दीवार गिरने से घायल महिला की निजी क्लीनिक में इलाज के दौरान मौत हो गई। पति ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया। परिजनों ने शव गेट पर रखकर हंगामा शुरू कर दिया। भीड़ ने जाम लगाने की कोशिश की। पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन दिया तब जाकर लोग शांत हुए।
कोतवाली क्षेत्र के गांव फाजिलपुर निवासी राजकुमार की पत्नी रजनी (42) बुधवार को घर के बाहर भैंस बांध रही थी। तभी कच्ची दीवार गिर गई। उसे गंभीर चोटें आईं।
परिजन उसे सीएचसी लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टर ने दोनों पैर में फ्रैक्चर होने की बात कहकर जिला अस्पताल रेफर कर दिया। एक दलाल ने अच्छे इलाज का झांसा देकर स्वास्थ्य केंद्र से पचास मीटर दूर क्लीनिक भेज दिया। क्लीनिक संचालक ने प्लास्टर चढ़ाने की बात कही और इलाज शुरू किया। इलाज के दौरान आधे घंटे में ही रजनी की मौत हो गई।
परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगा हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस ने परिजनों को समझाने का प्रयास किया। क्लीनिक संचालक को कोतवाली भेज दिया। एसडीएम शिवेंद्र कुमार वर्मा ने राजस्व टीम को मौके पर जाकर जांच के निर्देश दिए हैं। कोतवाली प्रभारी अवनीश कुमार सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
बिना पंजीकरण के संचालन
सीएचसी से पचास मीटर की दूरी पर बिना पंजीकरण कराए ही क्लीनिक का संचालन हो रहा है। एसीएमओ डॉ. ललित कुमार ने गुरुवार को जाकर जांच करने की बात कही है।
हाल में हुईं प्रमुख घटनाएं
– 29 जून को पुरवा कस्बे के एक हॉस्पिटल में ऑपरेशन के बाद जोरावरगंज निवासी नरेश की पत्नी आरती (35) की हालत बिगड़ी, दूसरे अस्पताल ले जाते मौत हो गई।
– 29 जून को सफीपुर स्थित हॉस्पिटल में पूरन नगर निवासी दीपक की पत्नी प्रीती की प्रसव से पहले हालत बिगड़ी, गर्भवती की मौत हुई।
– 4 जुलाई को बांगरमऊ स्थित नर्सिंगहोम में गोलुहापुर निवासी श्याम सुंदर की 30 वर्षीय पत्नी आशा की प्रसव के बाद हालत बिगड़ी थी। लखनऊ ले जाते समय मौत।
– 9 जुलाई को पीडी नगर स्थित हॉस्पिटल में बशीरतगंज निवासी प्रताप की पत्नी राधा की प्रसव के बाद मौत हो गई थी।
– 21 जुलाई- सफीपुर स्थित अस्पताल में जुझारपुर गांव निवासी मुलायम सिंह की पत्नी दीपा की बच्ची के जन्म के बाद मौत हो गई थी।

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सफीपुर। दीवार गिरने से घायल महिला की निजी क्लीनिक में इलाज के दौरान मौत हो गई। पति ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया। परिजनों ने शव गेट पर रखकर हंगामा शुरू कर दिया। भीड़ ने जाम लगाने की कोशिश की। पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन दिया तब जाकर लोग शांत हुए।

कोतवाली क्षेत्र के गांव फाजिलपुर निवासी राजकुमार की पत्नी रजनी (42) बुधवार को घर के बाहर भैंस बांध रही थी। तभी कच्ची दीवार गिर गई। उसे गंभीर चोटें आईं।

परिजन उसे सीएचसी लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टर ने दोनों पैर में फ्रैक्चर होने की बात कहकर जिला अस्पताल रेफर कर दिया। एक दलाल ने अच्छे इलाज का झांसा देकर स्वास्थ्य केंद्र से पचास मीटर दूर क्लीनिक भेज दिया। क्लीनिक संचालक ने प्लास्टर चढ़ाने की बात कही और इलाज शुरू किया। इलाज के दौरान आधे घंटे में ही रजनी की मौत हो गई।

परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगा हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस ने परिजनों को समझाने का प्रयास किया। क्लीनिक संचालक को कोतवाली भेज दिया। एसडीएम शिवेंद्र कुमार वर्मा ने राजस्व टीम को मौके पर जाकर जांच के निर्देश दिए हैं। कोतवाली प्रभारी अवनीश कुमार सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

बिना पंजीकरण के संचालन

सीएचसी से पचास मीटर की दूरी पर बिना पंजीकरण कराए ही क्लीनिक का संचालन हो रहा है। एसीएमओ डॉ. ललित कुमार ने गुरुवार को जाकर जांच करने की बात कही है।

हाल में हुईं प्रमुख घटनाएं

– 29 जून को पुरवा कस्बे के एक हॉस्पिटल में ऑपरेशन के बाद जोरावरगंज निवासी नरेश की पत्नी आरती (35) की हालत बिगड़ी, दूसरे अस्पताल ले जाते मौत हो गई।

– 29 जून को सफीपुर स्थित हॉस्पिटल में पूरन नगर निवासी दीपक की पत्नी प्रीती की प्रसव से पहले हालत बिगड़ी, गर्भवती की मौत हुई।

– 4 जुलाई को बांगरमऊ स्थित नर्सिंगहोम में गोलुहापुर निवासी श्याम सुंदर की 30 वर्षीय पत्नी आशा की प्रसव के बाद हालत बिगड़ी थी। लखनऊ ले जाते समय मौत।

– 9 जुलाई को पीडी नगर स्थित हॉस्पिटल में बशीरतगंज निवासी प्रताप की पत्नी राधा की प्रसव के बाद मौत हो गई थी।

– 21 जुलाई- सफीपुर स्थित अस्पताल में जुझारपुर गांव निवासी मुलायम सिंह की पत्नी दीपा की बच्ची के जन्म के बाद मौत हो गई थी।

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