नेताजी को श्रद्धांजलि, डिंपल को विजयश्री: मैनपुरी में मुलायम और तेजप्रताप के बाद सपा की तीसरी सबसे बड़ी जीत

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जीत का प्रमाणपत्र प्राप्त करतीं सपा प्रत्याशी डिंपल यादव, साथ हैं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव

जीत का प्रमाणपत्र प्राप्त करतीं सपा प्रत्याशी डिंपल यादव, साथ हैं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव
– फोटो : अमर उजाला

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मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद मैनपुरी लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में जनता ने नेताजी को अपने वोट से श्रद्धांजलि दी तो वहीं डिंपल यादव को विजयश्री का ताज पहनाया। मुलायम सिंह यादव और तेजप्रताप यादव के बाद सपा की मैनपुरी लोकसभा सीट से ये सबसे बड़ी जीत है। 

समाजवादी पार्टी के गठन के बाद से सपा का गढ़ रही मैनपुरी लोकसभा सीट पर कमल खिलाने के लिए भाजपा मैदान में उतरी थी। भाजपा ने जहां सपा को परिवारवाद और गुंडाराज पर घेरा तो वहीं सपा ने नेताजी मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि के नाम पर जनता से वोट देने की अपील की। लगभग एक माह तक चले चुनाव प्रचार के बाद पांच नवंबर को मतदान हुआ। इसमें मैनपुरी की जनता ने सब कुछ भुलाकर नेताजी के नाम पर सपा प्रत्याशी डिंपल यादव को वोट दिया। 

मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र में शामिल मैनपुरी सदर विधानसभा क्षेत्र, भोगांव विधानसभा क्षेत्र, किशनी विधानसभा क्षेत्र करहल विधानसभा क्षेत्र और जसवंतनगर विधानसभा क्षेत्र सभी में सपा ने ही जीत दर्ज की। जनता ने जहां नेताजी को एक-एक वोट देकर श्रद्धांजलि दी तो वहीं डिंपल यादव को विजयश्री का आशीर्वाद दिया। 

एक ओर जहां डिंपल यादव को जिताकर जनता ने ये साबित कर दिया कि मुलायम के बाद भी मैनपुरी सपा ही गढ़ रहेगी। वहीं दूसरी ओर मुलायम और तेजप्रताप के बाद सपा के लिए ये चौथी सबसे बड़ी जीत भी रही। इससे पहले 2004 में 337870 वोट से और 2014 में 364666  वोट से मुलायम सिंह यादव ने जीत दर्ज की थी। 2014 के उप चुनाव में 321249 वोट से मुलायम के पौत्र तेजप्रताप यादव भी जीते थे। इसके बाद जीत का आंकड़ा 94389 पर पहुंच गया था। 

नेताजी को श्रद्धांजलि भी न आई भाजपा के काम 

लोकसभा उपचुनाव की शुरुआत से ही भाजपा भी मुलायम को श्रद्धांजलि के बहाने सहानुभूति पाने की कोशिश करती रही। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नेताजी को श्रद्धांजलि से अपने भाषण की शुरुआत की तो वहीं भाजपा प्रत्याशी रघुराज सिंह ने अपना चुनाव प्रचार नेताजी की समाधि पर पुष्प अर्पित कर शुरू किया। लेकिन ये सब भी भाजपा के काम नहीं आया। 

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सपा ने कब कितने वोटों से जीता चुनाव

वर्ष प्रत्याशी कुल मिले वोट जीत का अंतर
1996 मुलायम सिंह यादव 273303 51958
1998 बलराम सिंह यादव 264734 10366
1999 बलराम सिंह यादव 244113 28026
2004 मुलायम सिंह यादव 460470 337870
2004 धर्मेंद्र यादव (उपचुनाव) 348999 179713
2009 मुलायम सिंह यादव 392308 173069
2014 मुलायम सिंह यादव 595918 364666
2014 तेजप्रताप यादव (उपचुनाव) 653786 321249
2019 मुलायम सिंह यादव 524926 94389
2022 डिंपल यादव 618120 288461

विस्तार

मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद मैनपुरी लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में जनता ने नेताजी को अपने वोट से श्रद्धांजलि दी तो वहीं डिंपल यादव को विजयश्री का ताज पहनाया। मुलायम सिंह यादव और तेजप्रताप यादव के बाद सपा की मैनपुरी लोकसभा सीट से ये सबसे बड़ी जीत है। 

समाजवादी पार्टी के गठन के बाद से सपा का गढ़ रही मैनपुरी लोकसभा सीट पर कमल खिलाने के लिए भाजपा मैदान में उतरी थी। भाजपा ने जहां सपा को परिवारवाद और गुंडाराज पर घेरा तो वहीं सपा ने नेताजी मुलायम सिंह यादव को श्रद्धांजलि के नाम पर जनता से वोट देने की अपील की। लगभग एक माह तक चले चुनाव प्रचार के बाद पांच नवंबर को मतदान हुआ। इसमें मैनपुरी की जनता ने सब कुछ भुलाकर नेताजी के नाम पर सपा प्रत्याशी डिंपल यादव को वोट दिया। 

मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र में शामिल मैनपुरी सदर विधानसभा क्षेत्र, भोगांव विधानसभा क्षेत्र, किशनी विधानसभा क्षेत्र करहल विधानसभा क्षेत्र और जसवंतनगर विधानसभा क्षेत्र सभी में सपा ने ही जीत दर्ज की। जनता ने जहां नेताजी को एक-एक वोट देकर श्रद्धांजलि दी तो वहीं डिंपल यादव को विजयश्री का आशीर्वाद दिया। 



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