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उन्नाव। मुख्यमंत्री पंचायत प्रोत्साहन योजना के तहत जिले की पांच ग्राम पंचायतों को चयनित किया गया है। विकास सहित अन्य मानकों पर खरी उतरीं इन पंचायतों को इनाम के तौर पर 33 लाख की अतिरिक्त धनराशि मिली है। ये राशि पंचायत के खातों में भेजी गई है।
मुख्यमंत्री पंचायत प्रोत्साहन पुरस्कार योजना के लिए वित्तीय वर्ष 2021-22 में जिले से 22 ग्राम पंचायतों ने ऑनलाइन आवेदन किया था। इसमें 40 बिंदुओं की रिपोर्ट देनी थी। इसके आधार पर योजना में पुरस्कृत की जाने वाली चयनित ग्राम पंचायतों की सूची जारी की गई है। इसमें जिले की पांच पंचायतें शामिल हैं। पंचायतीराज निदेशक ने डीएम व डीपीआरओ को भेजे गए पत्र में इसकी जानकारी दी है। धनराशि विकास कार्यों पर खर्च की जाएगी।
सुविधाओं में धनुहीखेड़ा नंबर एक
योजना के तहत बीघापुर की धनुहीखेड़ा को पहला स्थान मिला है। ये पंचायत खुले में शौचमुक्त (ओडीएफ) है। बच्चों व गर्भवती महिलाओं का शत प्रतिशत टीकाकरण हुआ है। विद्यालय में नियमित एमडीएम बनता है। आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चे नियमित पोषाहार पाते हैं। गांव में बिजली, सड़क, पानी की सुचारु व्यवस्था है। नालियों व गलियों की नियमित सफाई होती है। पंचायत भवन व सामुदायिक शौचालय भी अच्छे बने हैं। इसके अलावा ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए आरओ प्लांट लगा है। इसी कारण धनुहीखेड़ा को पहला स्थान हासिल होने के साथ 11 लाख की धनराशि भी मिली है।
ब्लाक ग्राम पंचायत मिली धनराशि
बीघापुर धनुहीखेड़ा 11 लाख
असोहा पाठकपुर 9 लाख
फतेहपुर चौरासी ऊगू देहात 7 लाख
मियागंज पनापुर कला 4 लाख
सि. सरोसी पिंडोखा 2 लाख
पांच ग्राम पंचायतों को मुख्यमंत्री प्रोत्साहन योजना के तहत अतिरिक्त धनराशि मिली है। सबसे ज्यादा धनुहीखेड़ा में व्यवस्था दुरुस्त मिली थी। जिस कारण इसे सर्वाधिक प्रोत्साहन राशि मिली है।- निरीश चंद्र साहू, डीपीआरओ।
उन्नाव। मुख्यमंत्री पंचायत प्रोत्साहन योजना के तहत जिले की पांच ग्राम पंचायतों को चयनित किया गया है। विकास सहित अन्य मानकों पर खरी उतरीं इन पंचायतों को इनाम के तौर पर 33 लाख की अतिरिक्त धनराशि मिली है। ये राशि पंचायत के खातों में भेजी गई है।
मुख्यमंत्री पंचायत प्रोत्साहन पुरस्कार योजना के लिए वित्तीय वर्ष 2021-22 में जिले से 22 ग्राम पंचायतों ने ऑनलाइन आवेदन किया था। इसमें 40 बिंदुओं की रिपोर्ट देनी थी। इसके आधार पर योजना में पुरस्कृत की जाने वाली चयनित ग्राम पंचायतों की सूची जारी की गई है। इसमें जिले की पांच पंचायतें शामिल हैं। पंचायतीराज निदेशक ने डीएम व डीपीआरओ को भेजे गए पत्र में इसकी जानकारी दी है। धनराशि विकास कार्यों पर खर्च की जाएगी।
सुविधाओं में धनुहीखेड़ा नंबर एक
योजना के तहत बीघापुर की धनुहीखेड़ा को पहला स्थान मिला है। ये पंचायत खुले में शौचमुक्त (ओडीएफ) है। बच्चों व गर्भवती महिलाओं का शत प्रतिशत टीकाकरण हुआ है। विद्यालय में नियमित एमडीएम बनता है। आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चे नियमित पोषाहार पाते हैं। गांव में बिजली, सड़क, पानी की सुचारु व्यवस्था है। नालियों व गलियों की नियमित सफाई होती है। पंचायत भवन व सामुदायिक शौचालय भी अच्छे बने हैं। इसके अलावा ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए आरओ प्लांट लगा है। इसी कारण धनुहीखेड़ा को पहला स्थान हासिल होने के साथ 11 लाख की धनराशि भी मिली है।
ब्लाक ग्राम पंचायत मिली धनराशि
बीघापुर धनुहीखेड़ा 11 लाख
असोहा पाठकपुर 9 लाख
फतेहपुर चौरासी ऊगू देहात 7 लाख
मियागंज पनापुर कला 4 लाख
सि. सरोसी पिंडोखा 2 लाख
पांच ग्राम पंचायतों को मुख्यमंत्री प्रोत्साहन योजना के तहत अतिरिक्त धनराशि मिली है। सबसे ज्यादा धनुहीखेड़ा में व्यवस्था दुरुस्त मिली थी। जिस कारण इसे सर्वाधिक प्रोत्साहन राशि मिली है।- निरीश चंद्र साहू, डीपीआरओ।
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