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कमलेश की गोद में उनकी बच्ची
– फोटो : अमर उजाला
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अक्सर बच्चों की परवरिश का ज्यादा समय मां के साथ गुजर जाता है। ऐसे में यह धारणा बन गई है कि पिता अकेले बच्चों को नहीं संभाल पाते हैं, लेकिन कई पिता इन सब मिथक को तोड़कर नई इबारत लिख रहे हैं। ऐसे पिता अपनी पत्नी के आकस्मिक निधन के बाद दूसरी शादी से इन्कार कर माता-पिता दोनों का प्यार बच्चों को दे रहे हैं। इसकी बानगी यूपी के बलिया में कमलेश हैं, जो पिता का फर्ज निभाने के साथ बच्चों को मां का दुलार भी दे रहे हैं। अपनी बच्ची को पेट से बांधकर लगा कर दो जून की रोटी की जुगाड़ में जुटा कमलेश सोशल मीडिया के कारण चर्चा का केंद्र बन गया है।
करीब छह माह पूर्व एक हादसे में पत्नी की मौत के बाद से कमलेश दुधमुंही बच्ची को सीने से बांध कर ई-रिक्शा चला कर अपने परिवार के भरण पोषण में जुटा है। इस दौरान कमलेश अपनी दिव्यांग मां की देखभाल भी पूरी तन्मयता से करता है। यह उसकी दिनचर्या में शामिल है।
ट्रेन से गिरकर हुई थी पत्नी की मौत
दोकटी थाना क्षेत्र के चिरंजी छपरा गांव निवासी कमलेश वर्मा उर्फ लकड़ी उम्र लगभग 40 साल पुत्र स्वर्गीय सुरेश वर्मा के बारे में ग्रामीण बताते हैं कि करीब छह माह पहले पत्नी की ट्रेन से गिरने से मौत हो गई थी। पत्नी के साथ छोड़ने के बाद भी कमलेश ने हिम्मत नहीं हारी
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