पूजा की मां मायावती से मिलेंगी

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उन्नाव। पूजा हत्याकांड में परिजन न्याय के लिए आवाज बुलंद किए हैं। मृतका पूजा की मां रीता ने बताया कि वह बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती से मिलकर न्याय की गुहार लगाएंगी। बताया कि बसपा सुप्रीमो ने मुलाकात के लिए वक्त दिया है। शाम लगभग 6:30 बजे वह पुलिस की सुरक्षा में बसपा सुप्रीमो से मिलने लखनऊ चली गईं।
इससे पहले डीएम को पत्र देकर कहा कि साहब हमें पुलिस ने धोखा दिया है। पुलिस अफसरों ने आश्वासन देने के बाद भी लखनऊ से फोरेंसिक एक्सपर्ट नहीं बुलाए। न ही विशेषज्ञ डॉक्टरों से पोस्टमार्टम ही कराया गया। जिले के डॉक्टराें के पैनल से पोस्टमार्टम करा दिया गया। पुलिस ने गड़बड़ की है। अब कब्र से शव निकला कर दोबारा बेटी का पोस्टमार्टम कराया जाए। शहर स्थित कांशीराम कालोनी निवासी मृतका पूजा की मां रीता रविवार की दोपहर दो बजे परिजनों के साथ कलक्ट्रेट पहुंची। पुलिस कर्मियों ने रोका तो उन्होंने डीएम से मिलने की बात कही। इसकी जानकारी होने पर एनआईसी में वीडियो कांफ्रेंसिंग में हिस्सा ले रहे डीएम ने एडीएम न्यायिक विकास कुमार को भेजा। एडीएम ने रीता से पत्र ले लिया। पत्र में पूजा का दोबारा पोस्टमार्टम कराए जाने की बात लिखी देख उन्होंने रीता को पत्र वापस कर दिया। कुछ देर बाद डीएम रवींद्र कुमार, एसपी दिनेश त्रिपाठी वहां पहुंचे और रीता से पत्र लिया। इस दौरान रीता ने डीएम से कहा कि उसकी बेटी के शव का दोबारा पोस्टमार्टम कराया जाए। पुलिस ने लापता होने के दिन ही बेटी की हत्या किए जाने का दावा किया है। जबकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में लगभग 45 दिन पहले मृत्यु होने का दावा किया गया है। इसको लेकर असमंजस है। इतना ही नहीं पुलिस अफसरों ने विधि विज्ञान प्रयोगशाला लखनऊ के फोरेंसिक एक्सपर्ट की मौजूदगी में लखनऊ के विशेषज्ञ डॉक्टरों से पूजा का पोस्टमार्टम कराए जाने की बात कही थी, लेकिन ऐसा भी नहीं किया गया।
डीएम ने रीता को बताया कि तीन डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराया गया है। इसमें एक महिला डॉक्टर भी शामिल थी। वीडियोग्राफी भी कराई गई है। डीएम के यह बताने के बाद भी रीता बेटी के शव का दोबारा पोस्टमार्टम कराए जाने की मांग पर अड़ी रही। डीएम ने आला अफसरों को पत्र भेजकर कार्रवाई कराने का आश्वासन दिया है।
पुलिस अलर्ट, श्मशान घाट पर नजर
श्मशान घाट के तट पर मिट्टी में दबे मंजू के शव को निकाल कर दोबारा पोस्टमार्टम कराए जाने की मांग पुलिस के लिए सिरदर्द बन गई है। आक्रोशित परिजन या अन्य कोई अन्य चुपचाप कब्र खोदकर शव को बाहर न निकाल ले। इसको लेकर पुलिस अलर्ट है। पुलिस ने कब्र में दबे शव की 24 घंटे निगरानी कर रही है। एसपी दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इंस्पेक्टर के हस्तक्षेप पर दर्ज हुई थी रिपोर्ट
मृतका पूजा की मां रीता ने बताया कि बेटी की गुमशुदगी दर्ज कराने के एक माह तक वह पुलिस के चक्कर लगाती रही पर पुलिस ने उनकी एक नहीं सुनी। पुलिस ने आरोपी रजोल से सख्ती से पूछताछ करना भी जरूरी नहीं समझा। तब कार्रवाई के लिए उन्होंने आत्मदाह करने का फैसला लिया और लखनऊ मुख्यमंत्री आवास के बाहर पहुंच गई। वहां गौतमपल्ली थाने के एक इंस्पेक्टर ने उसे देख लिया और दर्द सुना। इंस्पेक्टर के फोन करने के बाद उन्नाव शहर कोतवाली पुलिस ने 10 जनवरी 2022 को रजोल के खिलाफ अपहरण की रिपोर्ट दर्ज की थी।
आश्रम में मौजूद रहते थे 10 लोग
जिस आश्रम में पूजा का कत्ल किया गया। उस आश्रम में महंत समेत 10 लोग 24 घंटे मौजूद रहते हैं। दिन में पूजा की आश्रम परिसर में हत्या हो गई और किसी ने उसकी चीख नहीं सुनी। इसको लेकर परिजनों ने वहां रहने वाले लोगों पर भी संदेह जताया है।
कानपुर की महिला को देेने निकली थी रुपये
कांशीराम कालोनी निवासी मृतका पूजा आठ दिसंबर की सुबह कानपुर में रहने वाली एक महिला से उधार लिए 22 हजार रुपये देने की बात कह घर से निकली थी। यह बात उसी शाम मां रीता ने पुलिस की दी गई तहरीर में लिखी थी। रीता ने रजोल से पूजा की फोन पर कई बार बात दोनों का जिक्र भी तहरीर में किया था। रजोल पर बेटी के अपहरण का भी शक जताया था। इसके बाद भी पुलिस ने पूजा की गुमशुदगी दर्ज की थी।
हत्यारोपी के भाई समेत तीन के खिलाफ दी तहरीर
मृतका की मां रीता ने एक और तहरीर एएसपी शशिशेखर सिंह को तहरीर दी है। उनका आरोप है कि बेटी की हत्या में हत्यारोपी रजोल के बड़े भाई, एक प्रधान व कांशीराम की रहने वाली महिला का भी हाथ है। इन लोगों ने वारदात में रजोल का साथ दिया है। रीता ने जांच कर सभी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। एएसपी ने बताया कि तहरीर के आधार पर जांच की जा रही है।
परिवार की बढ़ाई गई सुरक्षा
मृतका पूजा के परिवार की सुरक्षा और बढ़ा दी गई है। उसके घर पर दो सिपाही दिन व दो रात में तैनात किए गए थे। मृतका की मां ने बताया कि लखनऊ में आत्मदाह के प्रयास के बाद यह सुरक्षा उसे मिली थी। बेटी की हत्या व शव मिलने के बाद सुरक्षा बढ़ाई नहीं गई। एसपी ने रविवार को उसकी सुरक्षा में एक सिपाही और तैनात कर दिया है। अब दिन व रात में तीन-तीन सिपाही सुरक्षा में तैनात कर दिए गए हैं।

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उन्नाव। पूजा हत्याकांड में परिजन न्याय के लिए आवाज बुलंद किए हैं। मृतका पूजा की मां रीता ने बताया कि वह बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती से मिलकर न्याय की गुहार लगाएंगी। बताया कि बसपा सुप्रीमो ने मुलाकात के लिए वक्त दिया है। शाम लगभग 6:30 बजे वह पुलिस की सुरक्षा में बसपा सुप्रीमो से मिलने लखनऊ चली गईं।

इससे पहले डीएम को पत्र देकर कहा कि साहब हमें पुलिस ने धोखा दिया है। पुलिस अफसरों ने आश्वासन देने के बाद भी लखनऊ से फोरेंसिक एक्सपर्ट नहीं बुलाए। न ही विशेषज्ञ डॉक्टरों से पोस्टमार्टम ही कराया गया। जिले के डॉक्टराें के पैनल से पोस्टमार्टम करा दिया गया। पुलिस ने गड़बड़ की है। अब कब्र से शव निकला कर दोबारा बेटी का पोस्टमार्टम कराया जाए। शहर स्थित कांशीराम कालोनी निवासी मृतका पूजा की मां रीता रविवार की दोपहर दो बजे परिजनों के साथ कलक्ट्रेट पहुंची। पुलिस कर्मियों ने रोका तो उन्होंने डीएम से मिलने की बात कही। इसकी जानकारी होने पर एनआईसी में वीडियो कांफ्रेंसिंग में हिस्सा ले रहे डीएम ने एडीएम न्यायिक विकास कुमार को भेजा। एडीएम ने रीता से पत्र ले लिया। पत्र में पूजा का दोबारा पोस्टमार्टम कराए जाने की बात लिखी देख उन्होंने रीता को पत्र वापस कर दिया। कुछ देर बाद डीएम रवींद्र कुमार, एसपी दिनेश त्रिपाठी वहां पहुंचे और रीता से पत्र लिया। इस दौरान रीता ने डीएम से कहा कि उसकी बेटी के शव का दोबारा पोस्टमार्टम कराया जाए। पुलिस ने लापता होने के दिन ही बेटी की हत्या किए जाने का दावा किया है। जबकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में लगभग 45 दिन पहले मृत्यु होने का दावा किया गया है। इसको लेकर असमंजस है। इतना ही नहीं पुलिस अफसरों ने विधि विज्ञान प्रयोगशाला लखनऊ के फोरेंसिक एक्सपर्ट की मौजूदगी में लखनऊ के विशेषज्ञ डॉक्टरों से पूजा का पोस्टमार्टम कराए जाने की बात कही थी, लेकिन ऐसा भी नहीं किया गया।

डीएम ने रीता को बताया कि तीन डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराया गया है। इसमें एक महिला डॉक्टर भी शामिल थी। वीडियोग्राफी भी कराई गई है। डीएम के यह बताने के बाद भी रीता बेटी के शव का दोबारा पोस्टमार्टम कराए जाने की मांग पर अड़ी रही। डीएम ने आला अफसरों को पत्र भेजकर कार्रवाई कराने का आश्वासन दिया है।

पुलिस अलर्ट, श्मशान घाट पर नजर

श्मशान घाट के तट पर मिट्टी में दबे मंजू के शव को निकाल कर दोबारा पोस्टमार्टम कराए जाने की मांग पुलिस के लिए सिरदर्द बन गई है। आक्रोशित परिजन या अन्य कोई अन्य चुपचाप कब्र खोदकर शव को बाहर न निकाल ले। इसको लेकर पुलिस अलर्ट है। पुलिस ने कब्र में दबे शव की 24 घंटे निगरानी कर रही है। एसपी दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

इंस्पेक्टर के हस्तक्षेप पर दर्ज हुई थी रिपोर्ट

मृतका पूजा की मां रीता ने बताया कि बेटी की गुमशुदगी दर्ज कराने के एक माह तक वह पुलिस के चक्कर लगाती रही पर पुलिस ने उनकी एक नहीं सुनी। पुलिस ने आरोपी रजोल से सख्ती से पूछताछ करना भी जरूरी नहीं समझा। तब कार्रवाई के लिए उन्होंने आत्मदाह करने का फैसला लिया और लखनऊ मुख्यमंत्री आवास के बाहर पहुंच गई। वहां गौतमपल्ली थाने के एक इंस्पेक्टर ने उसे देख लिया और दर्द सुना। इंस्पेक्टर के फोन करने के बाद उन्नाव शहर कोतवाली पुलिस ने 10 जनवरी 2022 को रजोल के खिलाफ अपहरण की रिपोर्ट दर्ज की थी।

आश्रम में मौजूद रहते थे 10 लोग

जिस आश्रम में पूजा का कत्ल किया गया। उस आश्रम में महंत समेत 10 लोग 24 घंटे मौजूद रहते हैं। दिन में पूजा की आश्रम परिसर में हत्या हो गई और किसी ने उसकी चीख नहीं सुनी। इसको लेकर परिजनों ने वहां रहने वाले लोगों पर भी संदेह जताया है।

कानपुर की महिला को देेने निकली थी रुपये

कांशीराम कालोनी निवासी मृतका पूजा आठ दिसंबर की सुबह कानपुर में रहने वाली एक महिला से उधार लिए 22 हजार रुपये देने की बात कह घर से निकली थी। यह बात उसी शाम मां रीता ने पुलिस की दी गई तहरीर में लिखी थी। रीता ने रजोल से पूजा की फोन पर कई बार बात दोनों का जिक्र भी तहरीर में किया था। रजोल पर बेटी के अपहरण का भी शक जताया था। इसके बाद भी पुलिस ने पूजा की गुमशुदगी दर्ज की थी।

हत्यारोपी के भाई समेत तीन के खिलाफ दी तहरीर

मृतका की मां रीता ने एक और तहरीर एएसपी शशिशेखर सिंह को तहरीर दी है। उनका आरोप है कि बेटी की हत्या में हत्यारोपी रजोल के बड़े भाई, एक प्रधान व कांशीराम की रहने वाली महिला का भी हाथ है। इन लोगों ने वारदात में रजोल का साथ दिया है। रीता ने जांच कर सभी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। एएसपी ने बताया कि तहरीर के आधार पर जांच की जा रही है।

परिवार की बढ़ाई गई सुरक्षा

मृतका पूजा के परिवार की सुरक्षा और बढ़ा दी गई है। उसके घर पर दो सिपाही दिन व दो रात में तैनात किए गए थे। मृतका की मां ने बताया कि लखनऊ में आत्मदाह के प्रयास के बाद यह सुरक्षा उसे मिली थी। बेटी की हत्या व शव मिलने के बाद सुरक्षा बढ़ाई नहीं गई। एसपी ने रविवार को उसकी सुरक्षा में एक सिपाही और तैनात कर दिया है। अब दिन व रात में तीन-तीन सिपाही सुरक्षा में तैनात कर दिए गए हैं।

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