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अमर उजाला नेटवर्क, प्रयागराज
Published by: विनोद सिंह
Updated Sat, 30 Apr 2022 09:54 PM IST
सार
2015 के बाद से अब तक सामूहिक हत्याओं की लगभग 15 घटनाएं हो चुकी हैं। सभी को धारदार हथियार या डंडे से पीटकर नृशंस तरीके से मारा गया था। तमाम परिवार बेहद गरीब थे जहां लूट करने पर कातिलों को हजार दो हजार से ज्यादा न मिलता फिर भी पूरे परिवार को मार दिया गया।
गंगापार में थरवई सामूहिक हत्याकांड की जांच अब एसआईटी करेगी। पूर्व में गोहरी कांड की जांच के लिए गठित एसआईटी को थरवई कांड के खुलासे की भी जिम्मेदारी सौंपी गई है। एसपी क्राइम थरवई कांड की जांच के भी प्रभारी बनाए गए हैं। शनिवार को एडीजी, आईजी और एसएसपी ने एसआईटी के सदस्यों के साथ बैठक कर दिशा-निर्देश दिए।
थरवई में एक ही परिवार के पांच लोगों की नृशंस हत्या का मामला शासन तक पहुंचने के बाद रिपोर्ट दी गई कि गंगापार में एक ही ट्रेंड में हत्याएं की जा रही हैं। ये हत्याएं न तो लूट के लिए की गई न ही दुश्मनी में। हो सकता है कि कोई साइको किलर गिरोह इन घटनाओं के पीछे हो। हालांकि पुलिस ने पहले की लगभग सभी घटनाओं का खुलासा कर दिया है लेकिन अब माना जा रहा है कि असली आरोपी अभी भी बाहर हैं।
215 के बाद हो चुकी हैं 15 घटनाएं
2015 के बाद से अब तक सामूहिक हत्याओं की लगभग 15 घटनाएं हो चुकी हैं। सभी को धारदार हथियार या डंडे से पीटकर नृशंस तरीके से मारा गया था। तमाम परिवार बेहद गरीब थे जहां लूट करने पर कातिलों को हजार दो हजार से ज्यादा न मिलता फिर भी पूरे परिवार को मार दिया गया। गिरोह के लोग बच्चों को भी नहीं छोड़ते थे। सारी घटनाएं गंगापार के 25 किलोमीटर के दायरे में हुई हैं।
शासन का सख्त निर्देश, निर्दोषों को न फंसाया जाए
शासन को इस बारे में जब रिपोर्ट भेजी गई तो स्पष्ट निर्देश दिया गया कि थरवई हत्याकांड का खुलासा सही हो चाहे जितनी देर लग जाय। इसके बाद लखनऊ से लगातार मानीटरिंग हो रही थी। शासन के नए निर्देशों के अब थरवई सामूहिक हत्याकांड की जांच एसआईटी करेगी। थरवई कांड से मिलती जुलती गोहरी कांड की घटना के लिए पहले ही एसआईटी गठित है। उसी एसआईटी को अब थरवई कांड की जांच में लगाया गया है।
शनिवार को एडीजी प्रेम प्रकाश, आईजी राकेश सिंह और एसएसपी अजय कुमार ने एसआईटी सदस्यों तथा अन्य राजपत्रित अधिकारियों के साथ मीटिंग की। एसएसपी अजय कुमार ने बताया कि फिलहाल एसआईटी का गोहरी और थरवई सामूहिक हत्याकांड के खुलासे पर काम करेगी। साथ ही अन्य घटनाओं की भी जांच शुरू करेगी। एसआईटी के साथ अन्य निरोधात्मक कदम भी उठाए जा रहे हैं ताकि ऐसी घटना अब दोबारा न हो। वह खुद पूरे जांच की मानिटरिंग कर रहे हैं।
विस्तार
गंगापार में थरवई सामूहिक हत्याकांड की जांच अब एसआईटी करेगी। पूर्व में गोहरी कांड की जांच के लिए गठित एसआईटी को थरवई कांड के खुलासे की भी जिम्मेदारी सौंपी गई है। एसपी क्राइम थरवई कांड की जांच के भी प्रभारी बनाए गए हैं। शनिवार को एडीजी, आईजी और एसएसपी ने एसआईटी के सदस्यों के साथ बैठक कर दिशा-निर्देश दिए।
थरवई में एक ही परिवार के पांच लोगों की नृशंस हत्या का मामला शासन तक पहुंचने के बाद रिपोर्ट दी गई कि गंगापार में एक ही ट्रेंड में हत्याएं की जा रही हैं। ये हत्याएं न तो लूट के लिए की गई न ही दुश्मनी में। हो सकता है कि कोई साइको किलर गिरोह इन घटनाओं के पीछे हो। हालांकि पुलिस ने पहले की लगभग सभी घटनाओं का खुलासा कर दिया है लेकिन अब माना जा रहा है कि असली आरोपी अभी भी बाहर हैं।
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