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औरास। ब्लॉक क्षेत्र के मिर्जापुर अजिगांव में सई नदी पर पुल बनाने की मांग कर ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार कर दिया। जोनल मजिस्ट्रेट के समझाने के बाद ग्रामीण शांत हुए। इस दौरान दो घंटे मतदान रुका रहा।
मिर्जापुर अजिगांव गांव के किनारे से सई नदी निकली है। नदी के दूसरी तरफ ग्रामीणों की सैकड़ों एकड़ खेतिहर भूमि है। ग्राम सभा के मजरा रानीखेड़ा, निरखीखेड़ा, कुशलखेड़ा सहित कई मजरों व मिर्जापुर अजिगांव के हजारों ग्रामीण यहां से होकर आते-जाते हैं। 10 किमी का चक्कर लगाने से बचने के लिए ग्रामीणों ने चंदा करके बांस-बल्ली का पुल बनाया था। जनप्रतिनिधियों से सई नदी पर पुल की मांग की थी। पुल की मांग पूरी न होने पर बुधवार सुबह सात बजे मतदान का बहिष्कार कर दिया। जोनल मजिस्ट्रेट/पीडी यशवंत सिंह, थानाध्यक्ष संजीव कुमार शाक्य, एडीओ पंचायत शैलेेद्र दुबे गांव पहुंचे और ग्रामीणों को जल्द पुल बनवाने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजने का भरोसा दिया। दो घंटे बाद नौ बजे मतदान शुरू हुआ। गांव के पंचायत सहायक अजय कुमार ने मतदान की शुरुआत की। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने 18 अगस्त 2020 को पीपा पुल बनवाने की घोषणा की थी। 52.37 लाख रुपये मंजूर हो गए थे। लेकिन 23 जनवरी 2021 को लोक निर्माण विभाग के तत्कालीन अधीक्षण अभियंता मन्नीलाल ने यहां पीपे का पुल कारगर न होने की रिपोर्ट दी थी। इससे निर्माण नहीं हो सका है।

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औरास। ब्लॉक क्षेत्र के मिर्जापुर अजिगांव में सई नदी पर पुल बनाने की मांग कर ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार कर दिया। जोनल मजिस्ट्रेट के समझाने के बाद ग्रामीण शांत हुए। इस दौरान दो घंटे मतदान रुका रहा।

मिर्जापुर अजिगांव गांव के किनारे से सई नदी निकली है। नदी के दूसरी तरफ ग्रामीणों की सैकड़ों एकड़ खेतिहर भूमि है। ग्राम सभा के मजरा रानीखेड़ा, निरखीखेड़ा, कुशलखेड़ा सहित कई मजरों व मिर्जापुर अजिगांव के हजारों ग्रामीण यहां से होकर आते-जाते हैं। 10 किमी का चक्कर लगाने से बचने के लिए ग्रामीणों ने चंदा करके बांस-बल्ली का पुल बनाया था। जनप्रतिनिधियों से सई नदी पर पुल की मांग की थी। पुल की मांग पूरी न होने पर बुधवार सुबह सात बजे मतदान का बहिष्कार कर दिया। जोनल मजिस्ट्रेट/पीडी यशवंत सिंह, थानाध्यक्ष संजीव कुमार शाक्य, एडीओ पंचायत शैलेेद्र दुबे गांव पहुंचे और ग्रामीणों को जल्द पुल बनवाने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजने का भरोसा दिया। दो घंटे बाद नौ बजे मतदान शुरू हुआ। गांव के पंचायत सहायक अजय कुमार ने मतदान की शुरुआत की। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने 18 अगस्त 2020 को पीपा पुल बनवाने की घोषणा की थी। 52.37 लाख रुपये मंजूर हो गए थे। लेकिन 23 जनवरी 2021 को लोक निर्माण विभाग के तत्कालीन अधीक्षण अभियंता मन्नीलाल ने यहां पीपे का पुल कारगर न होने की रिपोर्ट दी थी। इससे निर्माण नहीं हो सका है।

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