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सार
मथुरा में इंटरमीडिएट की छात्रा की आत्महत्या ने परिवारवालों को झकझोर दिया है। हर किसी को यह सवाल खाए जा रहा है कि आखिर बेटी ने ऐसा कदम क्यों उठाया?
मथुरा में यूपी बोर्ड की परीक्षा से पहले ही 12वीं की छात्रा ने यमुना में कूदकर जान दे दी। गोताखोरों ने कड़ी मशक्कत के बाद गुरुवार की सुबह शव को बाहर निकाला। छात्रा के पिता 20 हजार रुपये फीस जमाकर प्रवेश पत्र लाए थे। बेटी की मौत से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। हर किसी के जहन में यही सवाल है कि आखिर बेटी ने ऐसा कदम क्यों उठाया।
थाना जमुनापार के लक्ष्मी नगर निवासी राजेश की 17 वर्षीय बेटी अंजलि बुधवार देरशाम करीब 7:30 बजे सामान लेने बाजार जाने की बात कहकर गई थी। काफी देर बाद वह नहीं लौटी, तो परिजनों ने उसकी खोजबीन की। इसी दौरान यमुना पुल पर उसकी चप्पल पड़ी मिलीं। इससे परिजनों को शक हो गया कि उसने यमुना में छलांग लगाई है। सूचना पर जमुनापार एसएचओ शशिप्रकाश शर्मा पुलिस बल के साथ पहुंच गए।
पुल से 100 मीटर दूर मिला शव
खोजबीन के लिए गोताखोर ओमप्रकाश, रंजीत और पुष्पेंद्र को नाव से जाल डालकर उतारा लेकिन रात में कोई सफलता नहीं मिली। सुबह गोताखोरों ने फिर से यमुना में उतरकर खोजबीन की तो पुल से 100 मीटर दूरी पर छात्रा का शव मिल गया। बेटी का शव देख परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।
होमगार्ड पिता राजेश ने बताया कि उसकी बेटी एमटीएस स्कूल की छात्रा थी। उसका गुरुवार को इंटरमीडिएट की परीक्षा थी। परीक्षा के लिए घर पर ही तैयारी कर रही थी। बोर्ड परीक्षा के लिए प्रवेश पत्र दिलाने के लिए पिता को तीन चक्कर लगाने पड़े थे।
20 हजार फीस जमाकर लाए प्रवेश पत्र
छात्रा के पिता ने बताया कि प्रवेश पत्र से पहले 20 हजार रुपये फीस भी जमा कराई गई थी। उनका कहना है कि उन्हें क्या पता था कि ऐसा हो जाएगा। जबकि अंजलि के लिए कोई कमी नहीं छोड़ रहे थे। सीओ सदर प्रवीण मलिक ने बताया कि आत्महत्या का कारण पता नहीं चल सका है।
चार भाई-बहनों में तीसरे नंबर की थी अंजलि
राजेश की दो बेटियां और दो बेटे हैं। सबसे बड़ी बेटी सुजाता की शादी हो चुकी है। दूसरे नंबर का बेटा अनुराग है। तीसरे नंबर की बेटी अंजलि थी। इससे छोटा भाई लवकुश है। पिता ने बताया कि पढ़ाई में बेटी मध्यम ही थी। लेकिन वह इंटरमीडिएट की परीक्षा की पूरी तैयारी कर रही थी।
कुछ दिन से बेटी के व्यवहार में बदलाव दिख रहा था। इसके चलते वह और उनकी पत्नी पूजा देवी पूरी निगाह रखे हुए थे। अंजलि चिड़चिड़ी भी हो गई थी। ऐसा कदम उठा लेगी, ये उम्मीद नहीं थीं। हालांकि बच्चों के लिए वह और उनकी पत्नी कोई कमी नहीं छोड़ रहे थे।
पुलिस कई एंगल से कर रही है जांच
पुलिस इस मामले में कई एंगल से जांच कर रही है। इसमें परीक्षा का दबाव, मानसिक परेशानी, धरेलू विवाद आदि पर नजर रखी जा रही है। साथ ही पुलिस ने स्कूल प्रबंधन से पूछताछ करने के अलावा दोस्तों से भी पूछताछ की है।
विस्तार
मथुरा में यूपी बोर्ड की परीक्षा से पहले ही 12वीं की छात्रा ने यमुना में कूदकर जान दे दी। गोताखोरों ने कड़ी मशक्कत के बाद गुरुवार की सुबह शव को बाहर निकाला। छात्रा के पिता 20 हजार रुपये फीस जमाकर प्रवेश पत्र लाए थे। बेटी की मौत से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। हर किसी के जहन में यही सवाल है कि आखिर बेटी ने ऐसा कदम क्यों उठाया।
थाना जमुनापार के लक्ष्मी नगर निवासी राजेश की 17 वर्षीय बेटी अंजलि बुधवार देरशाम करीब 7:30 बजे सामान लेने बाजार जाने की बात कहकर गई थी। काफी देर बाद वह नहीं लौटी, तो परिजनों ने उसकी खोजबीन की। इसी दौरान यमुना पुल पर उसकी चप्पल पड़ी मिलीं। इससे परिजनों को शक हो गया कि उसने यमुना में छलांग लगाई है। सूचना पर जमुनापार एसएचओ शशिप्रकाश शर्मा पुलिस बल के साथ पहुंच गए।
पुल से 100 मीटर दूर मिला शव
खोजबीन के लिए गोताखोर ओमप्रकाश, रंजीत और पुष्पेंद्र को नाव से जाल डालकर उतारा लेकिन रात में कोई सफलता नहीं मिली। सुबह गोताखोरों ने फिर से यमुना में उतरकर खोजबीन की तो पुल से 100 मीटर दूरी पर छात्रा का शव मिल गया। बेटी का शव देख परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।
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