मेडिकल छात्रों को गेट से लौटाया

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सरस्वती मेडिकल कॉलेज में एकत्र हुई मेडिकल छात्र-छात्राएं। संवाद
– फोटो : UNNAO

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नवाबगंज। पहले साल का एमबीबीएस का रिजल्ट घोषित करने का लिखित आश्वासन लेने पहुंचे सरस्वती मेडिकल कॉलेज के छात्रों को यूनिवर्सिटी गेट से लौटा दिया गया। छात्र कुलपति से मुलाकात कराने की मांग कर रहे थे। छात्रों ने कॉलेज के निदेशक से मिलकर समस्या के समाधान की मांग उठाई।
कानपुर स्थित छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय से संबद्ध सरस्वती मेडिकल कॉलेज नवाबगंज के छात्रों ने पहले वर्ष के चैलेंज मूल्यांकन का परिणाम घोषित किए बिना ही द्वितीय वर्ष की परीक्षा की तिथि घोषित करने का विरोध कर रहे हैं। छात्रों ने शुक्रवार को विश्वविद्यालय के बाहर धरना दिया था। छात्रों के अनुसार मुख्य परीक्षा जुलाई 2020 में न कराकर जनवरी 2021 में कराई गई थी और परिणाम जुलाई 2021 में घोषित किया गया था। फेल 370 छात्रों ने सप्लीमेंट्री परीक्षा दी थी।
छात्रों ने परिणाम से खुश न होने पर चैलेंज मूल्यांकन के लिए आवेदन किया था। इसका परिणाम अभी तक जारी नहीं किया गया है। शनिवार को छात्रों का दस सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल विश्वविद्यालय के कुलपति विनय पाठक से मिलने गया था। छात्रों का आरोप है कि सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें गेट से ही लौटा दिया। इसके बाद छात्र वहां से लौटे और कॉलेज के निदेशक सौरभ कंवर से मिले। छात्रों ने यूनिवर्सिटी की ओर से रिजल्ट गड़बड़ी की आशंका जताई है। छात्र विरोध-प्रदर्शन के चलते जानबूझकर फेल किए जाने की भी आशंका जता रहे हैं।

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नवाबगंज। पहले साल का एमबीबीएस का रिजल्ट घोषित करने का लिखित आश्वासन लेने पहुंचे सरस्वती मेडिकल कॉलेज के छात्रों को यूनिवर्सिटी गेट से लौटा दिया गया। छात्र कुलपति से मुलाकात कराने की मांग कर रहे थे। छात्रों ने कॉलेज के निदेशक से मिलकर समस्या के समाधान की मांग उठाई।

कानपुर स्थित छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय से संबद्ध सरस्वती मेडिकल कॉलेज नवाबगंज के छात्रों ने पहले वर्ष के चैलेंज मूल्यांकन का परिणाम घोषित किए बिना ही द्वितीय वर्ष की परीक्षा की तिथि घोषित करने का विरोध कर रहे हैं। छात्रों ने शुक्रवार को विश्वविद्यालय के बाहर धरना दिया था। छात्रों के अनुसार मुख्य परीक्षा जुलाई 2020 में न कराकर जनवरी 2021 में कराई गई थी और परिणाम जुलाई 2021 में घोषित किया गया था। फेल 370 छात्रों ने सप्लीमेंट्री परीक्षा दी थी।

छात्रों ने परिणाम से खुश न होने पर चैलेंज मूल्यांकन के लिए आवेदन किया था। इसका परिणाम अभी तक जारी नहीं किया गया है। शनिवार को छात्रों का दस सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल विश्वविद्यालय के कुलपति विनय पाठक से मिलने गया था। छात्रों का आरोप है कि सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें गेट से ही लौटा दिया। इसके बाद छात्र वहां से लौटे और कॉलेज के निदेशक सौरभ कंवर से मिले। छात्रों ने यूनिवर्सिटी की ओर से रिजल्ट गड़बड़ी की आशंका जताई है। छात्र विरोध-प्रदर्शन के चलते जानबूझकर फेल किए जाने की भी आशंका जता रहे हैं।

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