मोबाइल लोकेशन और चप्पल ने खुलासे तक पहुंचाया

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उन्नाव। बांगरमऊ कोतवाली क्षेत्र के गांव भिखारीपुर रुल्ल में बच्ची के हत्याकांड की जांच में स्वाट टीम को घटनास्थल के पास हत्यारोपी पिता की चप्पल मिली। सर्विलांस टीम को सक्रिय करने के साथ ही पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में क्राइम सीन हुआ। जिसमें मां की ओर से दी गई बच्ची को छत से अगवा करने की कहानी मेल नहीं खाई। एक के बाद एक कड़ी जोड़ते हुए पुलिस हत्यारोपी पिता और वारदात में शामिल मां तक पहुंच गई।
पुलिस के अनुसार बच्ची की हत्या की जांच में शव के पास एक जोड़ी चप्पल मिली थीं। मृतका के बड़े भाई से चप्पलों के बारे में पूछा तो उसने पिता ध्रुव कुमार की बताई। यहीं से पुलिस का शक गहरा गया।
सर्विलांस की मदद से पिता की लोकेशन खंगाली गई तो घटना वाले दिन पांच जून की शाम करीब सात बजे, पिता की लोकेशन ससुराल माखी थाना क्षेत्र की निकली। इसके बाद रात आठ बजे लोकेशन उन्नाव-हरदोई मार्ग पर चकलवंशी चौराहह्य के पास की निकली। इसके बाद मोबाइल बंद हो गया। रात 12 बजे हत्यारोपी पिता का मोबाइल का ऑन हुआ और लोकेशन ससुराल की मिली। पिता की इन गतिविधियों को संदिग्ध मान कर मृतका की मां सोनम को पूछताछ के लिए कोतवाली लाया गया। आईजी लक्ष्मी सिंह ने कड़ाई से पूछताछ की तो आरोपी ने सच कुबूल लिया।
पुलिस के अनुसार आरोपी पिता ने बताया कि रविवार पांच जून को योजना के तहत सुबह पत्नी को बच्चों के साथ गांव बांगरमऊ भेज दिया। शाम सात बजे साले की बाइक लेकर वह भी बांगरमऊ घर के लिए निकला।
चकलवंशी चौराहे के पास रुककर शराब पी और फतेहपुर चौरासी के हुलासीकुंआ के पास पहुंचकर मोबाइल बंदकर घटनास्थल के पास बनी अपनी कोठरी पहुुंच गया। यहां बाइक खड़ी करके घर पहुंचा और छत पर लेटी बेटी को लेकर नीचे उतरा। योजना में शामिल बच्ची की मां ने घर के पीछे का दरवाजा खोलकर बाहर भेजा। पिता उसे लेकर कोठरी के पास रेलवे लाइन के किनारे पहुंचा और घटना को अंजाम देकर ससुराल लौट गया। 10:45 बजे बच्ची की मां ने यूपी 112 पर फोन कर बेटी को अगवा किए जाने की जानकारी दी। एसपी दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि हत्या, शव छिपाने, साजिश रचने और पॉक्सो के तहत रिपोर्ट दर्ज की जा रही है। वहीं मृतका की मां पर हत्या की साजिश में शामिल रहने की धारा के तहत कार्रवाई की जा रही है। स्वाट टीम को 15 हजार का पुरस्कार भी दिया जाएगा।
छत से नहीं कूद पाया सिपाही
बच्ची की मां ने पुलिस को बताया था कि बेटी को अगवा करने वाले उसे लेकर पहले छत के बगल में बने शौचालय की छत पर कूदे फिर जमीन में कूद गए। मां की बताई कहानी पुलिस के गले नहीं उतरी तो एएसपी शशिशेखर सिंह की मौजूदगी में क्राइम सीन किया गया। छत से शौचालय की छत की ऊंचाई चार फीट थी। एक सिपाही छत से कूद नहीं पाया। यहीं से पुलिस शक और पक्का हो गया।
ससुराल से रात में घर पहुंचा था पिता
एसपी दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि बच्ची को लेकर उसकी मां तीन जून को मायके माखी थाना क्षेत्र गई थी। वहीं बच्ची का पिता भी मौजूद था। उसने प्रेमिका व उसके परिजनों को सबक सिखाने के लिए पत्नी के सामने बीमार बेटी की हत्या कर सभी को फंसाने की बात कही। पत्नी ने इसका विरोध किया पर वह नहीं माना।

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उन्नाव। बांगरमऊ कोतवाली क्षेत्र के गांव भिखारीपुर रुल्ल में बच्ची के हत्याकांड की जांच में स्वाट टीम को घटनास्थल के पास हत्यारोपी पिता की चप्पल मिली। सर्विलांस टीम को सक्रिय करने के साथ ही पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में क्राइम सीन हुआ। जिसमें मां की ओर से दी गई बच्ची को छत से अगवा करने की कहानी मेल नहीं खाई। एक के बाद एक कड़ी जोड़ते हुए पुलिस हत्यारोपी पिता और वारदात में शामिल मां तक पहुंच गई।

पुलिस के अनुसार बच्ची की हत्या की जांच में शव के पास एक जोड़ी चप्पल मिली थीं। मृतका के बड़े भाई से चप्पलों के बारे में पूछा तो उसने पिता ध्रुव कुमार की बताई। यहीं से पुलिस का शक गहरा गया।

सर्विलांस की मदद से पिता की लोकेशन खंगाली गई तो घटना वाले दिन पांच जून की शाम करीब सात बजे, पिता की लोकेशन ससुराल माखी थाना क्षेत्र की निकली। इसके बाद रात आठ बजे लोकेशन उन्नाव-हरदोई मार्ग पर चकलवंशी चौराहह्य के पास की निकली। इसके बाद मोबाइल बंद हो गया। रात 12 बजे हत्यारोपी पिता का मोबाइल का ऑन हुआ और लोकेशन ससुराल की मिली। पिता की इन गतिविधियों को संदिग्ध मान कर मृतका की मां सोनम को पूछताछ के लिए कोतवाली लाया गया। आईजी लक्ष्मी सिंह ने कड़ाई से पूछताछ की तो आरोपी ने सच कुबूल लिया।

पुलिस के अनुसार आरोपी पिता ने बताया कि रविवार पांच जून को योजना के तहत सुबह पत्नी को बच्चों के साथ गांव बांगरमऊ भेज दिया। शाम सात बजे साले की बाइक लेकर वह भी बांगरमऊ घर के लिए निकला।

चकलवंशी चौराहे के पास रुककर शराब पी और फतेहपुर चौरासी के हुलासीकुंआ के पास पहुंचकर मोबाइल बंदकर घटनास्थल के पास बनी अपनी कोठरी पहुुंच गया। यहां बाइक खड़ी करके घर पहुंचा और छत पर लेटी बेटी को लेकर नीचे उतरा। योजना में शामिल बच्ची की मां ने घर के पीछे का दरवाजा खोलकर बाहर भेजा। पिता उसे लेकर कोठरी के पास रेलवे लाइन के किनारे पहुंचा और घटना को अंजाम देकर ससुराल लौट गया। 10:45 बजे बच्ची की मां ने यूपी 112 पर फोन कर बेटी को अगवा किए जाने की जानकारी दी। एसपी दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि हत्या, शव छिपाने, साजिश रचने और पॉक्सो के तहत रिपोर्ट दर्ज की जा रही है। वहीं मृतका की मां पर हत्या की साजिश में शामिल रहने की धारा के तहत कार्रवाई की जा रही है। स्वाट टीम को 15 हजार का पुरस्कार भी दिया जाएगा।

छत से नहीं कूद पाया सिपाही

बच्ची की मां ने पुलिस को बताया था कि बेटी को अगवा करने वाले उसे लेकर पहले छत के बगल में बने शौचालय की छत पर कूदे फिर जमीन में कूद गए। मां की बताई कहानी पुलिस के गले नहीं उतरी तो एएसपी शशिशेखर सिंह की मौजूदगी में क्राइम सीन किया गया। छत से शौचालय की छत की ऊंचाई चार फीट थी। एक सिपाही छत से कूद नहीं पाया। यहीं से पुलिस शक और पक्का हो गया।

ससुराल से रात में घर पहुंचा था पिता

एसपी दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि बच्ची को लेकर उसकी मां तीन जून को मायके माखी थाना क्षेत्र गई थी। वहीं बच्ची का पिता भी मौजूद था। उसने प्रेमिका व उसके परिजनों को सबक सिखाने के लिए पत्नी के सामने बीमार बेटी की हत्या कर सभी को फंसाने की बात कही। पत्नी ने इसका विरोध किया पर वह नहीं माना।

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