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वीडियो कॉल कर पूछा रजत से हालचाल
अवधपुरी के पुष्पांजलि फेज-तीन निवासी डॉ. गुलाब सिंह का बेटा रजत भी यूक्रेन के ओडेसा शहर में फंसा हुआ है। मां मीना की हालत खराब है। वह बार-बार बेटे को वीडियो कॉल कर रही हैं। मीना ने बताया कि उनका बेटा पांच वर्ष से यूक्रेन में है। वह मेडिकल की पढ़ाई कर रहा है। वह 14 फरवरी को ही यहां से यूक्रेन गया। बृहस्पतिवार सुबह बेटे से बात हुई तो उसने बताया कि उसे धमाकों की आवाज तो सुनाई दी, पर वह जहां रहता है, उससे काफी दूर धमाका हुआ है। मां ने सरकार से बेटे को सुरक्षित वापस लाने की गुहार लगाई है।
बेटी-दामाद की चिंता सता रही
डॉ. सुधीर धाकरे की बेटी वेरोनिका अपने पति आगरा के शिवांक के साथ ओडेसा शहर में नौकरी करती हैं। डॉ. धाकरे ने बताया कि यूक्रेन के हवाई अड्डे नष्ट कर दिए गए हैं। वह लगातार अपने बेटी-दामाद से संपर्क में हैं। हालात तेजी से बिगड़ने के कारण सभी चिंतित हैं।
काजल के लिए परेशान परिजन
किरावली कस्बे की मौनीबाबा धाम कॉलोनी की रहने वाली 21 वर्षीय काजल चाहर यूक्रेन में फंसी है। कीव शहर पर हमले की जानकारी होते ही उसके पिता ब्रज किशोर और मां अंजना ने फोन पर बेटी से बात की। बेटी के लिए परिजन परेशान हैं। आरपीएफ में इंस्पेक्टर उसके पिता ब्रज किशोर ने बताया कि बेटी का तीन मार्च को टिकट था, लेकिन उड़ान ही बंद कर दी गई है। काजल हयूक्रेन में अडेसा मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस प्रथम वर्ष की छात्रा है। काजल ने पता को बताया कि वह हॉस्टल में ही है। वहीं यहां उसके परिवार के लोग परेशान हैं।
यूक्रेन के डिनिप्रो शहर में फंसी कासगंज की दामिनी
कासगंज की आवास विकास कॉलोनी की छात्रा दामिनी शाक्य भी यूक्रेन में फंसी हुई है। दामिनी के पिता छोटेलाल शाक्य बीएबी इंटर कॉलेज में टीचर हैं। मां सुनीता शाक्य भी शिक्षिका है। उनका कहना है कि दामिनी एमबीबीएस प्रथम वर्ष की छात्रा है। तीन महीने पूर्व ही गई थी। जब यूक्रेन पर हमले की खबर मिली है, वह बेटी की सुरक्षित वापसी को लेकर चिंतित हैं। फोन के माध्यम से लगातार उसके संपर्क में बने हुए हैं।
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