लापरवाही: कोरोना की दूसरी लहर में जिसके लिए मची मारामारी, मेरठ-बागपत में रेमडेसिविर के 1721 इंजेक्शन हो गए एक्सपायर

0
25

[ad_1]

अमर उजाला नेटवर्क, मेरठ/ बागपत
Published by: कपिल kapil
Updated Thu, 21 Apr 2022 11:01 AM IST

सार

मेरठ में दो हजार इंजेक्शन स्वास्थ्य विभाग के पास ऐसे हैं जो अक्तूबर 2022 में एक्सपायर हो जाएंगे। बागपत जिले में  400 अक्तूबर और 129 नवंबर 2022 में एक्सपायर हो जो जाएंगे। स्वास्थ्य अधिकारी सप्लाई कॉरपोरेशन को कई बार पत्र लिख चुके हैं लेकिन कोई जवाब नहीं मिला है।

ख़बर सुनें

कोरोना की दूसरी लहर में जिस रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए मारामारी मची थी वह अब स्टोर में खराब हो रहे हैं। मेरठ और बागपत जिले में 1721 इंजेक्शन एक्सपायर हो गए हैं। 

बागपत के सीएमओ डा. दिनेश कुमार ने बताया कि 610 इंजेक्शन वापस करने के लिए चार बार सप्लाई कॉरपोरेशन को पत्र लिखा, मगर कोई जवाब नहीं मिला। अब इनके प्रयोग की अंतिम तिथि निकल चुकी है। वहीं मेरठ के मेरठ के सीएमओ डॉ. अखिलेश मोहन का कहना है कि उन्होंने सात बार पत्र लिखा। जिले में अब तक 1111 रेमडेसिविर खराब हो चुके हैं। 

यह भी पढ़ें: सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट: गो-तस्कर अकबर बंजारा को लेकर सामने आया ये खौफनाक सच, आईएसआई से भी निकला कनेक्शन

जरूरतमंद मरीज को रेमडेसिविर देते समय उससे 1600 रुपये रेडक्रॉस में जमा कराए जाते थे। इस हिसाब से 1721 एक्सपायर्ड इंजेक्शन की कीमत 2753600 रुपये बैठती है। वहीं बाजार में इस इंजेक्शन की कीमत 3490 रुपये तक है जबकि संक्रमण के दौरान इनकी कालाबाजारी और कई गुना कीमत पर बिक्री की बात भी सामने आई।  

मेरठ में 2000 इंजेक्शन का स्टॉक 
मेरठ में दो हजार इंजेक्शन स्वास्थ्य विभाग के पास ऐसे हैं जो अक्तूबर 2022 में एक्सपायर हो जाएंगे। बागपत जिले में 519 इंजेक्शन सही हालत में हैं, इनमें से 400 अक्तूबर और 129 नवंबर 2022 में एक्सपायर हो जो जाएंगे। इस संबंध में रिमांइडर भेजे जा रहे हैं और इंजेक्शन को वापस मंगाने या फिर कोई दिशा-निर्देश जारी करने के लिए लिखा गया है। 

यह भी पढ़ें -  डिजी शक्ति योजना : प्रयागराज में शिक्षण संस्थान हजम कर गए 350 विद्यार्थियों के टैबलेट-मोबाइल

यह भी पढ़ें: ट्रक चालक से 300 करोड़ तक का सफर: बिजनेसमैन नहीं गो-तस्कर था अकबर बंजारा, समुद्र के रास्ते होती थी तस्करी, खौफनाक है पूरी कहानी

899 से 3490 रुपये तक कीमत
रेमडेसिविर इंजेक्शन की कीमत कंपनी के हिसाब से अलग-अलग है। कोरोना की दूसरी लहर से पहले एक इंजेक्शन की कीमत 2800 से लेकर 5400 रुपये थी, लेकिन सरकार के दखल के बाद इनकी कीमत 899 रुपये से लेकर 3490 रुपये कर दी गई थी। 

विस्तार

कोरोना की दूसरी लहर में जिस रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए मारामारी मची थी वह अब स्टोर में खराब हो रहे हैं। मेरठ और बागपत जिले में 1721 इंजेक्शन एक्सपायर हो गए हैं। 

बागपत के सीएमओ डा. दिनेश कुमार ने बताया कि 610 इंजेक्शन वापस करने के लिए चार बार सप्लाई कॉरपोरेशन को पत्र लिखा, मगर कोई जवाब नहीं मिला। अब इनके प्रयोग की अंतिम तिथि निकल चुकी है। वहीं मेरठ के मेरठ के सीएमओ डॉ. अखिलेश मोहन का कहना है कि उन्होंने सात बार पत्र लिखा। जिले में अब तक 1111 रेमडेसिविर खराब हो चुके हैं। 

यह भी पढ़ें: सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट: गो-तस्कर अकबर बंजारा को लेकर सामने आया ये खौफनाक सच, आईएसआई से भी निकला कनेक्शन

जरूरतमंद मरीज को रेमडेसिविर देते समय उससे 1600 रुपये रेडक्रॉस में जमा कराए जाते थे। इस हिसाब से 1721 एक्सपायर्ड इंजेक्शन की कीमत 2753600 रुपये बैठती है। वहीं बाजार में इस इंजेक्शन की कीमत 3490 रुपये तक है जबकि संक्रमण के दौरान इनकी कालाबाजारी और कई गुना कीमत पर बिक्री की बात भी सामने आई।  

[ad_2]

Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here