काशी रेलवे स्टेशन का निरीक्षण करते रेल मंत्री – फोटो : अमर उजाला
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रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल काशी रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि 350 करोड़ रुपये में पूरे स्टेशन का पुनर्निर्माण होगा। निर्माण कार्य को ढाई से तीन साल में पूरा कर लिया जाएगा। रेल मंत्री सिग्नेचर ब्रिज बनाने के लिए प्रस्तावित मॉडल को देखने के लिए अचानक नमो घाट पहुंच गए। इसके बाद पड़ाव स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय के स्मारक स्थल से भी जानकारी हासिल की और उसके बाद काशी रेलवे स्टेशन पर पहुंचे।
आईएमएस (इंटर मॉडल स्टेशन) बनाने का प्रस्तावित लेेआउट देखा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चहुमुखी विकास के लिए हमेशा प्रयासरत हैं। इसी कड़ी में इस स्टेशन का पुनर्निर्माण किया जाना है। इसके लिए यहां गंगा नदी पर नया डबल डेकर पुल बनाया जाएगा, जिस पर नीचे ट्रेन और ऊपर से गाड़ियां गुजरेंगी।
उन्होंने कहा कि यहां के आसपास वाले क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियां बढ़ जाएंगी। इस स्टेशन को बनारस के धार्मिक संस्कृति को ध्यान में रखते हुए बनाया जाएगा। प्रधानमंत्री से सहमति लेकर इस पर जल्द ही काम शुरू होगा और ढाई से तीन साल में इसे पूरा करने का लक्ष्य है।
वाराणसी से नई दिल्ली के बीच जल्द दौड़ेगी बुलेट ट्रेन रेल व संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि अहमदाबाद-मुंबई रूट पर बुलेट ट्रेन का काम प्रगति पर है। इसी तर्ज पर वाराणसी से नई दिल्ली के बीच भी बुलेट ट्रेन दौड़ाई जाएगी। दो दिवसीय दौरे के अंतिम दिन शनिवार को काशी स्टेशन पर विकास कार्यों का निरीक्षण के दौरान रेल मंत्री ने कहा कि नए फीचर में लौटी वंदे भारत एक्सप्रेस में स्लीपर कोच का प्रावधान किया गया है, जो लंबी दूरी के यात्रियों को राहत देगी।
काशी रेलवे स्टेशन पर बंद कमरे में अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान हर प्रोजेक्ट में यंगस्टर को शामिल करने को कहा, ताकि वे आधुनिक सोच व उत्साह के साथ लंबे समय तक प्रोजेक्ट से जुड़े रहेे। इससे रेलवे को भी लाभ होगा। उन्होंने काशी के रि-डेवलपमेंट कार्य में सभी डिवीजन से ज्यादा से ज्यादा यंगस्टर को शामिल करने को कहा।
इसके बाद बीएचयू में आयोजित कार्यक्रम के बाद बनारस स्टेशन पहुंचे। जहां वीआईपी लाउंज में अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने सभी अधिकारियों-कर्मचारियों को आश्वस्त किया कि रेलवे का निजीकरण नहीं होगा। अच्छा काम करने योग्य अधिकारियों-कर्मचारियों को उनकी योग्यता के आधार पर महत्वपूर्ण पदों पर आगे किया जाएगा। रेल मंत्री ने आईआरएमएस को लेकर सरकार और मंत्रालय का नजरिया भी स्पष्ट किया। कहा कि सभी को अब एक ही कैडर में रखा जाएगा।
अब हर महीने दस वंदेभारत एक्सप्रेस ट्रेन बनाने की तैयारी है। साथ ही ट्रेन में स्लीपर कोच के भी प्रावधान किए जाएंगे। यह जानकारी काशी रेलवे स्टेशन पर निरीक्षण के दौरान बातचीत में रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने दी। उन्होंने कहा कि देशभर में वंदेभारत एक्सप्रेस चलाने की योजना है। अभी हम 300 और वंदेभारत एक्सप्रेस तैयार कर रहे हैं। प
हले दो वंदेभारत हर महीने तैयार की जाती थी। लेकिन, अब हर माह चार बनाई जा रही है। बहुत जल्द हम हर महीने दस वंदेभारत एक्सप्रेस तैयार करेंगे, जो रायबरेली, लातूर और कपूरथला में भी तैयार की जाएगी। इसी सिलसिले में मैं रायबरेली निरीक्षण भी करने जा रहा हूं। भविष्य में एक और वंदेभारत ट्रेन वाराणसी से चलाई जाएगी।