सात जोड़े साथ रहने को तैयार

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उन्नाव। परिवार परामर्श केंद्र में दंपतियों के बीच मनमुटाव दूर करने के लिए आए काउंसलर रविवार को गर्मी में पानी न मिलने से परेशान रहे। परामर्शदाताओं ने एसपी से बात करने की कोशिश तो सीओ लाइन ने समझाकर लौटा दिया।
रविवार को पुलिस लाइन में तपती टिन शेड के नीचे परिवार परामर्श केंद्र ने दंपतियों के बीच विवादों को सुलझाने की कोशिश की। इस दौरान गर्मी के कारण परामर्शदाता पसीना-पसीना रहे। सुबह 10 से दोपहर 12 बजे तक उन्हें पानी भी नसीब नहीं हुआ। परामर्शदाता एसपी से मिलने जाने लगे तो सीओ सोनम सिंह ने उन्हें समझाया। आश्वासन दिया कि पानी और अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। केंद्र पर पहुंचे 18 में से सात जोड़े साथ रहने के लिए राजी हो गए।
इंतजाम न होने से अफसोस
परामर्शदाता यतेंद्र नाथ मिश्रा ने कहा कि वह तो निशुल्क काम कर रहे हैं। किसी तरह उनकी कोशिश से बिछड़े दंपती मिल जाएं तो उन्हें भी सुकून मिलता है। पानी और गर्मी से बचाव के इंतजाम न होने से अफसोस होता है।
पूर्व प्रधानाचार्य और वरिष्ठ महिला परामर्शदाता प्रभा यादव का कहना है कि हम समय निकालकर यहां पर सामाजिक भाव से काम करने आते हैं। कम से कम पानी और गर्मी से बचाव की तो व्यवस्था होनी चाहिए।

यह भी पढ़ें -  Unnao News: मॉडल में उतारी स्मार्ट गांव की अवधारणा

उन्नाव। परिवार परामर्श केंद्र में दंपतियों के बीच मनमुटाव दूर करने के लिए आए काउंसलर रविवार को गर्मी में पानी न मिलने से परेशान रहे। परामर्शदाताओं ने एसपी से बात करने की कोशिश तो सीओ लाइन ने समझाकर लौटा दिया।

रविवार को पुलिस लाइन में तपती टिन शेड के नीचे परिवार परामर्श केंद्र ने दंपतियों के बीच विवादों को सुलझाने की कोशिश की। इस दौरान गर्मी के कारण परामर्शदाता पसीना-पसीना रहे। सुबह 10 से दोपहर 12 बजे तक उन्हें पानी भी नसीब नहीं हुआ। परामर्शदाता एसपी से मिलने जाने लगे तो सीओ सोनम सिंह ने उन्हें समझाया। आश्वासन दिया कि पानी और अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। केंद्र पर पहुंचे 18 में से सात जोड़े साथ रहने के लिए राजी हो गए।

इंतजाम न होने से अफसोस

परामर्शदाता यतेंद्र नाथ मिश्रा ने कहा कि वह तो निशुल्क काम कर रहे हैं। किसी तरह उनकी कोशिश से बिछड़े दंपती मिल जाएं तो उन्हें भी सुकून मिलता है। पानी और गर्मी से बचाव के इंतजाम न होने से अफसोस होता है।

पूर्व प्रधानाचार्य और वरिष्ठ महिला परामर्शदाता प्रभा यादव का कहना है कि हम समय निकालकर यहां पर सामाजिक भाव से काम करने आते हैं। कम से कम पानी और गर्मी से बचाव की तो व्यवस्था होनी चाहिए।

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