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हसनगंज के समसुद्दीनपुर प्राथमिक विद्यालय के अंदर रखा ट्रांसफार्मर। संवाद
– फोटो : UNNAO
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उन्नाव। स्कूलों के ऊपर से गुजरी हाईटेंशन लाइन को बेसिक शिक्षा निदेशक ने तीन दिन में हटाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बिजली विभाग के अधिकारियों से मिलकर तत्काल कार्रवाई कराने और उसे गूगल फार्म पर ऑनलाइन रिपोर्ट देने को कहा है। साफ कहा है कि घटना होने पर संबंधित अधिकारी को जिम्मेदार माना जाएगा।
बीएसए कार्यालय के आंकड़ों के मुताबिक जिले के 42 परिषदीय स्कूलों के ऊपर से हाईटेंशन लाइन निकली है। जिसमें करीब 4860 नौनिहालों का जीवन खतरे में बना रहता है। स्कूल ऊपर से निकली लाइन के साथ खुले में रखे ट्रांसफार्मर हटवाने के लिए बीएसए व बीईओ ने कई बार बिजली विभाग के अधिकारियों को पत्र लिखा पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
अब बेसिक शिक्षा निदेशक शुभा सिंह ने बीएसए को निर्देश दिए हैं कि बिजली विभाग के अधिकारियों से मिलकर स्कूलों के ऊपर से निकली हाईटेंशन लाइन हटवाई जाए। इसकी रिपोर्ट 25 सितंबर तक गूगल फार्म पर ऑनलाइन भेजी जाए। रिपोर्ट भेजने के बाद किसी स्कूल में हाईटेंशन लाइन का तार टूटकर गिरने से कोई घटना होती है तो इसकी जिम्मेदार संबंधित अधिकारी होंगे। बीएसए संजय तिवारी ने बताया कि निदेशक के साथ डीएम ने भी पत्र भेजा है। बिजली विभाग के अधिकारियों से कहा भी जा चुका है।
हसनगंज ब्लॉक के हरौनी समसुद्दीनपुर प्राथमिक विद्यालय में 200 छात्र पंजीकृत हैं। स्कूल अंदर 63 केवी का ट्रांसफार्मर खुले में रखा हुआ है। इसकी सप्लाई पूरे गांव में जाती है। स्कूल में रखे ट्रांसफार्मर से छात्रों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ हो रहा है। इंचार्ज शिक्षिका जया ने बताया कि कई बार ग्राम प्रधान हरीपाल ने विद्युत विभाग के अधिकारियों को ट्रांसफार्मर हटवाने की लिखित शिकायत की। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
फतेहपुर चौरासी ब्लॉक के गांव शकूराबाद प्राथमिक विद्यालय के ऊपर से कई सालों से हाईटेंशन लाइन निकली हुई है। इस स्कूल में 140 छात्रों का नामांकन है। दोपहर में लंच करने के बाद छात्र खेलने के लिए स्कूल परिसर में आते हैं। ऊपर से हाईटेंशन लाइन गुजरी होने से टूटने का डर शिक्षकों को बना रहता है। ताकि कहीं कोई घटना न हो जाए। प्रधान शिक्षक विवेक कुमार ने बताया कि कई बार बीईओ को लिखकर दिया गया पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
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