पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी फैक्टरी पर सील लगाने के विरोध में हाईकोर्ट पहुंच गए हैं। वहीं मामले को गंभीरता से देखने के लिए खुद एमडीए सचिव चंद्रपाल तिवारी प्रयागराज पहुंचे हैं, जिससे एमडीए मजबूती से अपना पक्ष रख सके। इसके अलावा शासन द्वारा याकूब की फैक्टरी के भू-उपयोग आवेदन निरस्त करने के मामले को भी याचिका में जोड़ा गया है। याकूब ने 10 हेक्टेयर की सार्वजनिक सुविधाओं वाली जमीन का भू-उपयोग बदलने के लिए आवेदन किया था।
एमडीए ने हापुड़ रोड स्थित अलफहीम मीटैक्स प्राइवेट लिमिटेड पर सील लगाई थी। एमडीए का कहना था कि 2019 में हाईकोर्ट ने सिर्फ फैक्टरी की सील खोलने का ऑर्डर दिया था न कि संचालन करने का, जबकि फैक्टरी में मीट पैकेजिंग की जा रही थी। इसी आधार पर एमडीए ने कार्रवाई की। अधिकारियों का कहना है कि इस बार याकूब मामले में वरिष्ठ वकील के पैनल को शामिल किया गया है। जिससे किसी भी स्तर पर कोई लापरवाही न हो सके। शासन की ओर से भी लगातार इस मामले पर अपडेट लिया जा रहा है। इसी को देखते हुए याचिका की तिथि पर एमडीए के अधिकारी खुद प्रयागराज जाकर शामिल हो रहे हैं।
याकूब की गिरफ्तारी के लिए लगाईं 5 टीमें, कई जगह दबिश
पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी के गिरफ्तारी वारंट के बाद पुलिस पांच टीमों का गठन किया है। इन टीमों ने सोमवार को याकूब परिवार की तलाश में कई जगह दबिश दी। एसपी देहात केशव कुमार ने बताया कि याकूब परिवार की तलाश में पुलिस की दबिश जारी है।
याकूब कुरैशी की अवैध मीट फैक्टरी में रखे हुए करीब 5 करोड़ रुपये कीमत के मीट का निस्तारण कराने के लिए कोर्ट में प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। पुलिस ने याकूब के घर दो बार नोटिस भेज दिया गया है पर इसका कोई जवाब नहीं मिला है। अब एमडीएम और प्रशासन फैक्टरी और अस्पताल पर बुलडोजर चलवाकर धवस्त करने की तैयारी में हैं।
एक साथ है पूरा परिवार
पुलिस का कहना है कि मुकदमा दर्ज होने के दौरान याकूब व उनके परिवार के मोबाइल नबंरों की सीडीआर निकाली थी। इसमें याकूब, उनकी पत्नी संजीदा बेगम, बेटे इमरान और फिरोज के मोबाइल की लोकेशन एक साथ ही मिली थी। इससेे अंदेशा है कि याकूब परिवार एक साथ ही एक ही जगह पर छुपा हो सकता है। चारों के मोबाइल नंबर बंद हैं।
कसता जा रहा शिकंजा
याकूब का गिरफ्तारी वारंट लेने के बाद अब कुर्की की तैयारी पुलिस कर रही है। पुलिस की दबिश भी लगातार जारी है। याकूब की घेराबंदी के लिए पांच टीम पुलिस की गठित कर दी है। याकूब ने कोई भी जवाब पुलिस को नहीं दिया है। – प्रभाकर चौधरी, एसएसपी