उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में उस समय हड़कंप मच गया जब जिला पंचायत सदस्य श्वेता सिंह गौर का शव संदिग्ध परिस्थितियों में फंदे से लटका मिला। इंद्रा नगर स्थित आवास में उन्होंने साड़ी का फंदा बना कर फांसी लगा ली। बता दें कि श्वेता सिंह जिले के जसपुरा क्षेत्र के वार्ड 12 से भाजपा की जिला पंचायत सदस्य थीं। घटना के बाद से उनके पति दीपक सिंह गौर घर से नदारद हैं। उनका फोन भी बंद है। वो भी भाजपा नेता हैं। घटना की जानकारी मिलते ही संबंधित थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की छानबीन में जुट गई। श्वेता सिंह ने बीती रात व्हाट्सएप स्टेटस लगाकर लिखा था कि- घायल नागिन, घायल शेरनी और अपमानित स्त्री से हमेशा डरना चाहिए।
फिलहाल मामले की गंभीरता को देखते हुए मौके पर भारी पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है। साथ ही मामले की जांच-पड़ताल शुरू कर दी गई है। बता दें कि 35 वर्षीय श्वेता सिंह गौर भाजपा महिला मोर्चा की जिला महामंत्री भी थीं। उन्होंने समाज शास्त्र में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की थी।
उनकी तीन बेटियां हैं। एसपी अभिनंदन ने बताया कि वर्तमान में जिला पंचायत सदस्य श्वेता सिंह गौर ने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। तत्काल सूचना पर पुलिस, डॉग स्कवॉड और अन्य टीम मौके पर पहुंची हैं।
घटना स्थल का जायजा लेने पर पता लगा कि उन्होंने कमरे को बंद करके फांसी लगाई है। बताया जा रहा है कि उनके और पति के बीच काफी दिनों से विवाद चल रहा था। ससुराल पक्ष और मायके पक्ष के बीच समझौते की बात चल रही थी।
आज भी दोनों के बीच विवाद हुआ था, उससे अक्रोशित होकर उन्होंने यह कदम उठाया। मामला दर्ज करके शव को पोस्टपार्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस का कहना है कि श्वेता सिंह की मौत हत्या है या आत्महत्या यह पोस्टपार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा।