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उन्नाव। मृतका आरती सात भाई-बहनों में दूसरे नंबर की थी। बड़ी बहन का विवाह हो चुका है। पिता गांव में खेती कर परिवार का पालन पोषण करते हैं। कक्षा-10 के बाद आरती ने पढ़ाई छोड़ दी थी। पढ़ाई करने के बाद मृतका आरती बहन गुड़िया और ज्योति के साथ डेढ़ साल पहले दिल्ली में बुआ के यहां गई थीं। तब से वहीं थी। तीनों बहनें घरों में बर्तन व अन्य घरेलू काम करके अपना पेट भरने के साथ ही पिता को भी रुपये भेजती थीं। आरती होली में घर आई थी। चर्चा है कि गांव में रहने वाले परिवार के ही एक युवक से उसकी अधिक दोस्ती थी। इसी के चलते उसे दिल्ली भेजा गया था। चर्चा है कि दिल्ली से आने के बाद युवक दोस्त उससे मिलने की कोशिश कर रहा था। फिलहाल पुलिस हर बिंदु पर जांच कर रही है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार परिजनों व ग्रामीणों से पूछताछ में पता चला है कि घर वाले आरती की शादी के लिए रिश्ता देख रहे थे। उसे तीन-चार दिन बाद वापस दिल्ली जाना था।
ग्राम प्रधान पति सीमा के पति गोपाली ने बताया कि मृतका के घर में शौचालय है। वहीं परिजनों का कहना है कि मकान निर्माणाधीन होने से शौचालय बंद किया गया है। इसलिए बाहर जाना पड़ रहा है।
जिले में 26 दिनों में बीघापुर के भैंसई कोयल में युवती की यह छठी और अचलगंज थानाक्षेत्र के बेथर में हुई किसान की सातवीं हत्या है। इसके पहले 11 मार्च को बिहार निवासी किसान की हत्या हुई थी। 20 फरवरी को पुरवा कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में घर के अंदर सो रही महिला की हत्या उसी के प्रेमी ने की थी।
उसके बाद 22 फरवरी को असोहा थानाक्षेत्र के एक गांव में खेत गई युवती की दुष्कर्म के बाद हत्या की गई थी। फिर 23 फरवरी को सफीपुर कोतवाली के एक गांव में (15) साल की किशोरी की दुष्कर्म के बाद हत्या कर शव सड़क किनारे एक मंदिर के पास फेंक दिया गया था।
6 मार्च को बंदूहार मोहल्ला निवासी रज्जन की पत्नी शशी सिंह की हत्या और 9 मार्च की रात बिहार थानाक्षेत्र के लोनियखेड़ा गांव में खेत की रखवाली कर रहे किसान राजाराम की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
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