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खटकर कलांपंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने यहां गुरुवार को ‘शहीद-ए-आजम’ भगत सिंह को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की, जिन्हें 1931 में लाहौर षड़यंत्र मामले में सुखदेव और राजगुरु के साथ आज ही के दिन अंग्रेजों ने फांसी दी थी।
मान ने कहा कि राज्य सरकार स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों को पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है और वह दिन दूर नहीं जब पंजाब देश भर में अग्रणी राज्य के रूप में उभरेगा।
मुख्यमंत्री ने यहां उनके पैतृक गांव भगत सिंह को पुष्पांजलि अर्पित करते हुए कहा कि यह दिन हमें स्वतंत्रता सेनानी की याद दिलाता है, जिन्होंने देश की मुक्ति के लिए कम उम्र में अपने प्राणों की आहुति दे दी।
उन्होंने देश के स्वतंत्रता संग्राम में पंजाब के शानदार योगदान को प्रदर्शित करने के लिए भगत सिंह के पैतृक गांव में एक विरासत सड़क के निर्माण की भी घोषणा की। 850 मीटर लंबी हेरिटेज स्ट्रीट मौजूदा संग्रहालय को गांव में भगत सिंह के पैतृक घर से जोड़ेगी।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, मान ने कहा कि भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव की शहादत हमें हमेशा किसी भी तरह के अन्याय, अत्याचार और दमन के खिलाफ उठने के लिए प्रेरित करेगी। उन्होंने कहा कि समाज में व्याप्त सभी प्रकार की सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ युद्ध छेड़ना हम सभी का नैतिक कर्तव्य है।
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