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गोरखनाथ मंदिर।
– फोटो : अमर उजाला।
विस्तार
रेलवे स्टेशन के पुर्नविकास योजना में रेल प्रशासन मंडल, जिला व पुलिस प्रशासन का भी सहयोग लेगा। गोरखपुर जंक्शन परिसर में चारों तरफ गुरु गोरखनाथ की आकृति दिखेगी। कायाकल्प के बाद जंक्शन पर प्रवेश करते ही गोरखनाथ की धरती की झलक दिखेगी। मुख्य द्वार पर ही सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक विरासतों से परिचय हो जाएगा।
सोमवार को पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक चंद्रवीर रमण, कमिश्नर रवि कुमार एनजी और एडीजी अखिल कुमार ने बैठक कर एक-एक बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की। रेलवे स्टेशन से बस स्टेशन तक स्काई-वे, पार्किंग, फुट ओवर ब्रिज आदि के निर्माण में भी सभी से सुझाव च विमर्श के बाद ही आगे की कार्रवाई शुरू होगी।
महाप्रबंधक सभागार में आयोजित बैठक में महाप्रबंधक ने कमिश्नर और एडीजी को रेलवे की तैयारियों, प्रस्ताव और माडल के बारे में जानकारी दी। अधिकारियों ने रेलवे स्टेशन से बस स्टेशन के बीच बनने वाले स्काई वे, उत्तरी द्वार की तरफ बनने वाले फ्लाई ओवर, मेट्रो ट्रेन के लिए चिह्नित स्थल, स्टेशन पर बनने वाले प्रवेश और निकास गेट तथा यात्रियों की संख्या को लेकर विचार-विमर्श किया।
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रेलवे प्रशासन ने नए गोरखपुर जंक्शन का प्रस्ताव तैयार कर बोर्ड को भेज दिया है। बोर्ड की सहमति मिलते ही आगे की कार्यवाही शुरू हो जाएगी। रेल मंत्रालय के पुनर्विकास योजना के तहत गोरखपुर जंक्शन को एयरपोर्ट की तर्ज पर स्मार्ट बनाने की तैयारी चल रही है। मुख्य द्वार से उत्तरी द्वार तक रेल लाइनों के ऊपर रूफ प्लाजा बनेगा। यात्री दक्षिण की तरफ से स्काई वे और उत्तर की तरफ से फ्लाई ओवर से होते हुए सीधे रूफ प्लाजा पर पहुंच जाएंगे।
रूफ प्लाजा पर रेस्टोरेंट और शापिंग कांप्लेक्स की भी सुविधाएं मिलेंगी। स्टेशन परिसर चारों तरफ से बंद होगा। प्रवेश और निकास के लिए सिर्फ एक-एक गेट होंगे। परिसर में ही मेट्रो ट्रेन के लिए स्टेशन बनाने का भी प्रस्ताव है, ताकि मेट्रो के यात्री भी सीधे रेलवे स्टेशन पहुंच सकें। यात्रियों को परिसर में ही कम बजट में अति आधुनिक होटल के कमरे मिल जाएंगे।
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