उत्तर प्रदेश में 20 फरवरी को 16 जिलों की 59 सीटों पर तीसरे चरण का मतदान होना है। इनमें हाथरस, फिरोजाबाद, एटा, इटावा, मैनपुरी, कासगंज, फर्रुखाबाद, कन्नौज, औरय्या, कानपुर देहात, कानपुर नगर, जालौन, झांसी, ललितपुर, हमीरपुर और महोबा शामिल है।
उत्तर प्रदेश में तीसरे चरण में 16 जिलों की जिन 59 सीटों पर चुनाव होने हैं, वहां से कुल 627 उम्मीदवार मैदान में हैं। इनमें से 135 यानी 22% प्रत्याशी दागी की श्रेणी में आते हैं, मतलब इनपर कई तरह के गंभीर आरोप लगे हैं। लगातार तीसरे चरण में भी सबसे ज्यादा आपराधिक छवि वाले नेताओं को टिकट देने में समाजवादी पार्टी आगे रही। तीसरे चरण में सपा के 52% उम्मीदवार दागी हैं।
इस मामले में भाजपा दूसरे नंबर पर है। भाजपा के 46% उम्मीदवारों पर केस चल रहे हैं। दागियों को सबसे ज्यादा टिकट देने की सूची में बसपा तीसरे, कांग्रेस चौथे और आम आदमी पार्टी पांचवे नंबर पर है। बसपा के 39%, कांग्रेस के 36% और आम आदमी पार्टी के 22% प्रत्याशी दागी हैं।
- 11 उम्मीदवारों पर महिलाओं के उत्पीड़न, महिला हिंसा, रेप, छेड़खानी जैसे आरोप लगे हैं।
- दो प्रत्याशियों पर रेप के मामले चल रहे हैं। इनमें एक समाजवादी पार्टी और दूसरा प्रॉटिस्ट ब्लॉक नाम की पार्टी का उम्मीदवार है।
- सपा के जिस प्रत्याशी पर रेप का आरोप लगा है, उसका नाम डॉ. राम प्रकाश कुशवाहा है। राम प्रकाश कानपुद देहात के अकबरपुर रनिया सीट से चुनाव लड़ रहे। कुशवाहा पर कुल चार मामले चल रहे हैं।
- जिस दूसरे प्रत्याशी रेप का आरोप लगा है, उसका नाम संतोष कुमार गिरी है। संतोष कानपुर के गोविंदनगर सीट से प्रॉटिस्ट ब्लॉक नाम की पार्टी से चुनाव लड़ रहा है।
- दो प्रत्याशियों पर हत्या का मामला चल रहा है। इसमें बसपा से कानपुर कैंट के प्रत्याशी मोहम्मद शफी और एटा के अलीगंज से निर्दलीय प्रत्याशी राम बृजेश का नाम शामिल है।
- 18 उम्मीदवारों पर हत्या के प्रयास का मुकदमा चल रहा है।
- 59 में से 26 विधानसभा सीटों को रेड अलर्ट जोन में शामिल किया गया है। मतलब इन सीटों पर तीन या इससे अधिक उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
इन चार सीटों से सबसे ज्यादा दागी मैदान में
सीट |
दागियों की संख्या |
अलीगंज (एटा) |
06 |
सादाबाद (हाथरस) |
05 |
गरौठा (झांसी) |
05 |
अकबरपुर रनिया |
05 |
(नोट : इनमें समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, भाजपा, कांग्रेस और निर्दलीय उम्मीदवार शामिल हैं।)
1. लुईस खुर्शीद (कांग्रेस) : पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद की पत्नी और फर्रुखाबाद से कांग्रेस की प्रत्याशी लुईस खुर्शीद पर सबसे ज्यादा 17 मामले दर्ज हैं। लुईस पर धोखाधड़ी, फर्जीवाड़े जैसे आरोप लगे हैं। कुल 73 धाराओं में दर्ज मामलों में 40 गंभीर आरोप हैं।
2. जुगेंद्र सिंह यादव (समाजवादी पार्टी) : एटा से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी जुगेंद्र सिंह यादव के नाम 11 मामले दर्ज हैं। जुगेंद्र पर कुल 27 धाराओं में केस चल रहे हैं। इनमें 10 गंभीर आरोप हैं। चुनाव आयोग को दिए हलफनामे में जुगेंद्र ने सभी आरोपों की जानकारी दी है।
3. हरिओम यादव (भाजपा) : फिरोजाबाद के सिरसागंज से भाजपा के प्रत्याशी हरिओम यादव पर कुल 10 आपराधिक मामले दर्ज हैं। हरिओम आपराधिक छवि वाले प्रत्याशियों की सूची में संयुक्त रूप से दूसरे नंबर पर हैं। इनपर हत्या के प्रयास और धोखाड़ी जैसे गंभीर आरोप लगे हैं।
3. रामदास मानव (निर्दलीय) : फिरोजाबाद से निर्दलीय उम्मीदवार रामदास मानव पर नौ मामले दर्ज हैं। अलग-अलग 38 धाराओं में दर्ज इन मुकदमों में महिला के साथ छेड़छाड़, दंगा भड़काने जैसे आरोप भी शामिल है।
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उत्तर प्रदेश में तीसरे चरण में 16 जिलों की जिन 59 सीटों पर चुनाव होने हैं, वहां से कुल 627 उम्मीदवार मैदान में हैं। इनमें से 135 यानी 22% प्रत्याशी दागी की श्रेणी में आते हैं, मतलब इनपर कई तरह के गंभीर आरोप लगे हैं। लगातार तीसरे चरण में भी सबसे ज्यादा आपराधिक छवि वाले नेताओं को टिकट देने में समाजवादी पार्टी आगे रही। तीसरे चरण में सपा के 52% उम्मीदवार दागी हैं।
इस मामले में भाजपा दूसरे नंबर पर है। भाजपा के 46% उम्मीदवारों पर केस चल रहे हैं। दागियों को सबसे ज्यादा टिकट देने की सूची में बसपा तीसरे, कांग्रेस चौथे और आम आदमी पार्टी पांचवे नंबर पर है। बसपा के 39%, कांग्रेस के 36% और आम आदमी पार्टी के 22% प्रत्याशी दागी हैं।