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प्रतीकात्मक तस्वीर।
– फोटो : amar ujala
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उत्तर प्रदेश में 31 मार्च को खत्म हुए वित्त वर्ष में पहले के मुकाबले करीब 2.5 प्रतिशत ज्यादा बजट खर्च हुआ लेकिन कुल प्रावधानित बजट का 1.08 लाख करोड़ रुपये का इस्तेमाल नहीं हो सका। हालांकि कर्ज संबंधी रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) की रिपोर्ट के बाद बजट खर्च के प्रतिशत में कुछ वृद्धि होगी और वही वास्तविक आंकड़ा होगा।
वर्ष 2022-23 में बजट का आकार 6.15 लाख करोड़ रुपये था। कोषागार आधारित रिपोर्ट के अनुसार प्रावधानित बजट के सापेक्ष कुल व्यय 5.07 लाख करोड़ रुपये है। आरबीआई इस वित्त वर्ष में ब्याज और ऋण भुगतान की रिपोर्ट बाद में भेजेगा और वह राशि भी व्यय में जुड़ेगी।
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वित्त वर्ष 2021-22 में बजट का आकार 5.5 लाख करोड़ रुपये था और कुल व्यय 4.4 लाख करोड़ रुपये था। इसमें आरबीआई की ब्याज और ऋण भुगतान संबंधी रिपोर्ट की राशि भी शामिल है। इस तरह से वर्ष 2021-22 में कुल व्यय 80 प्रतिशत हुआ था।
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