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नयी दिल्लीमहाराष्ट्र के अकोला जिले में तेज हवा और बारिश के बाद मंदिर परिसर में एक टीन के शेड पर पेड़ गिरने से सात लोगों की मौत हो गई और 37 अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
अकोला की कलेक्टर नीमा अरोड़ा ने कहा कि यह घटना रविवार शाम साढ़े सात बजे बालापुर तालुका के पारस गांव में स्थित बाबूजी महाराज मंदिर में उस समय हुई जब लोग ‘महाआरती’ के लिए एकत्र हुए थे.
वीडियो | महाराष्ट्र के अकोला जिले में रविवार को तेज हवा और बारिश के बाद एक टिन शेड पर एक पुराना पेड़ गिरने से कम से कम सात लोगों की मौत हो गई और 23 अन्य घायल हो गए। pic.twitter.com/Aj8LIflocl– प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (@PTI_News) अप्रैल 10, 2023
राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस घटना पर दुख जताया और इसे ‘बेहद गंभीर और दुर्भाग्यपूर्ण’ करार दिया। फडणवीस ने कहा कि सात लोग मारे गए और 37 अन्य घायल हो गए। उन्होंने कहा कि उन्होंने घटना की जांच के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार मृतकों के परिवारों को मुआवजा देगी। जिला अधिकारियों ने कहा कि प्रत्येक मृतक के परिवारों को 4 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा और घायल व्यक्तियों को सरकारी नियमों के अनुसार आर्थिक सहायता दी जाएगी।
जिला प्रशासन ने कहा कि तेज हवा और बारिश के कारण 100 साल पुराना एक पेड़ टिन के छप्पर पर गिर गया, जिसके नीचे करीब 40 लोग खड़े थे। इसमें कहा गया है कि पांच पुरुषों और दो महिलाओं की मौत हो गई और 37 अन्य घायल हो गए।
एक अधिकारी ने कहा कि सूचना मिलने के बाद पुलिस और जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी मौके पर पहुंचे और बचाव अभियान शुरू किया। जिला प्रशासन ने कहा कि घायलों को अकोला के सामान्य अस्पताल ले जाया गया।
घटना में मरने वाली दो महिलाओं की उम्र 50 और 55 वर्ष थी और वे जलगांव और बुलढाणा की रहने वाली थीं। पांच मृतकों में से दो की उम्र 55 वर्ष और एक की उम्र 35 वर्ष अकोला के रहने वाले थे। विज्ञप्ति में कहा गया है कि दो अन्य लोगों की अभी पहचान नहीं हो पाई है।
डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने जताया दुख
डिप्टी सीएम फडणवीस ने ट्वीट कर घटना पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मृतकों के परिवारों को मुआवजा देने का फैसला किया है। नागपुर में पत्रकारों से बात करते हुए फडणवीस ने कहा कि यह घटना “बहुत गंभीर और दुर्भाग्यपूर्ण” थी और उन्होंने इसकी जांच के निर्देश दिए हैं।
घायलों के इलाज का खर्च सरकार वहन करेगी। इसके अलावा, मृतकों के परिवारों को मुख्यमंत्री राहत कोष से सहायता दी जाएगी, उन्होंने कहा। सरकार ने राज्य के कुछ हिस्सों में बेमौसम बारिश से हुए नुकसान के ‘पंचनामा’ (मौके का निरीक्षण) के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा, “हमें नुकसान का प्राथमिक अनुमान मिल गया है और अंतिम आकलन प्रक्रियाधीन है।”
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