यूपी निकाय चुनाव: परिवारवाद से दूरी, भाजपा ने सामान्य कार्यकर्ताओं के साथ पुराने नेताओं की भी ली सुध

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This is how BJP distributed tickets for nagar nikay chunav 2023.

– फोटो : social media

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निकाय चुनाव में भाजपा ने परिवारवाद से दूरी बनाते हुए सामान्य कार्यकर्ताओं को चुनाव की धुरी बनाया है। पहले चरण के दस निगमों के घोषित महापौर प्रत्याशियों में किसी सांसद, विधायक या मंत्री के परिवार के सदस्य को टिकट नहीं दिया गया है। आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर आधी आबादी को भी पूरी भागीदारी दी गई है। सामान्य सीटों पर पिछड़े वर्ग के प्रत्याशियों को उतारकर पिछड़े वोटबैंक को साधे रखने का प्रयास भी किया गया है।

पार्टी ने सामान्य कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहित करने के लिए जहां उन्हें मौका दिया है, वहीं पुराने नेताओं की भी सुध ली है। लखनऊ नगर निगम में राजनीतिक घरानों के दिग्गज चेहरों को लेकर काफी चर्चा थी, लेकिन प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सुषमा खर्कवाल को प्रत्याशी बनाया है। प्रयागराज में मंत्री नंदगोपाल गुप्ता नंदी की पत्नी अभिलाषा का टिकट काटकर वहां के महानगर अध्यक्ष उमेश चंद्र गणेश केसरवानी को टिकट दिया है। मथुरा-वृंदावन में भी दिग्गज दावेदारों को दरकिनार कर महानगर अध्यक्ष विनोद अग्रवाल को मौका दिया गया है। आगरा में पूर्व विधायक हेमलता दिवाकर और झांसी में पूर्व विधायक बिहारीलाल आर्य को प्रत्याशी बनाकर पार्टी ने संदेश दिया है कि पुराने जमीनी नेताओं की भी उसे चिंता है।

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सामाजिक समीकरण भी साधा

भाजपा ने महापौर के घोषित 10 प्रत्याशियों में तीन वैश्य, दो ब्राह्मण, एक कुर्मी, एक तेली, एक कोरी, एक धोबी और एक कायस्थ को प्रत्याशी बनाकर सामाजिक समीकरण भी साधा है। प्रयागराज से उमेश चंद्र गणेश केसरवानी, मुरादाबाद से विनोद अग्रवाल और मथुरा-वृंदावन से विनोद अग्रवाल को प्रत्याशी बनाकर वैश्य समाज को साधा है। वाराणसी से अशोक तिवारी और लखनऊ से सुषमा खर्कवाल (पहाड़ी ब्राह्मण) को टिकट दिया है। पार्टी ने गोरखपुर से कायस्थ समाज के डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव को प्रत्याशी बनाकर कायस्थ समाज को साधने की कोशिश की है।

प्रदेश कार्यकारिणी में कायस्थ समाज को महत्वपूर्ण पद नहीं मिलने से समाज में असंतोष था। अपने परंपरागत वोट बैंक कुर्मी समाज (पिछड़ा वर्ग) को साधने के लिए सहारनपुर से कुर्मी समाज के अजय कुमार को टिकट दिया है। दलित वर्ग को सहेजने के लिए आगरा में हेमलता दिवाकर (धोबी) को प्रत्याशी बनाया है। हेमलता के जरिए पार्टी ने एक तीर से दो निशाने लगाए हैं। हेमलता का विवाह कुशवाह समाज में हुआ है, लिहाजा पिछड़े वर्ग के वोट बैंक का भी लाभ मिलेगा। झांसी में कोरी समाज के बिहारीलाल आर्य को प्रत्याशी बनाया है। वहीं, फिरोजाबाद में तेली समाज की कामिनी राठौर को प्रत्याशी बनाया है।

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