[ad_1]
उन्नाव। मारपीट की एक घटना में सफीपुर विधायक के दबाव में कार्रवाई न होने का आरोप लगाते हुए एसपी के सीयूजी नंबर पर फोन कर विधायक को गोली मारने की घमकी देने वाले आनंद का जुनून प्रयागराज की घटना के बाद जागा था। हालांकि बाद में पुलिस का शिकंजा कसते देख उसने मुख्यमंत्री आवास के बाहर खुद को आग लगा ली थी। पुलिस ने उसकी फेसबुक खंगाली है। इसमें कई ऐसे पोस्ट और कमेंट पाए गए हैं। फेसबुक वाल में लिखा है कि जो काम तिवारी कर सकते हैं, वह मिश्र क्यों नहीं। माखी थानाक्षेत्र के गांव रनागढ़ी निवासी आनंद मिश्रा उर्फ रामसेवक ने साल 2021 में हुई एक मारपीट के मामले में सफीपुर विधायक बंबालाल दिवाकर पर आरोप लगाया था कि उनके दबाव के चलते पुलिस के कार्रवाई नहीं की। इससे नाराज होकर 21 अप्रैल को एसपी के सीयूजी नंबर पर फोन कर गोली मारने की धमकी दी थी। रिपोर्ट दर्ज करने के बाद पुलिस उसकी गिरफ्तारी के प्रयास कर रही थी तभी बुधवार को उसने लखनऊ के गौतमपल्ली थानाक्षेत्र स्थित सीएम आवास के निकट पेट्रोल डाल आत्मदाह का प्रयास किया था।
50 फीसदी जला होने से उसे सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना के बाद पुलिस ने उसकी फेसबुक खंगाली तो पता चला कि अतीक की हत्या के बाद से उसका भी दिमाग घूम गया था। अतीक के हत्यारोपी लवलेश तिवारी की फेसबुक पर पोस्ट डाली है कि जो काम तिवारी कर सकते हैं वह मिश्र क्यों नहीं। पुलिस और भी बिंदुओं पर जांच कर रही है। उसकी हालत में सुधार नहीं है। परिजन भी उसे देखने के लिए तैयार नहीं हो रहे हैं। एसओ रामआसरे चौधरी ने बताया कि परिजन उसे देखने जाने के लिए तैयार ही नहीं हैं। उसका फेसबुक अकाउंट खंगाला गया है, जिसमें अतीक अहमद की हत्या के बाद उसका जुनून जागा है और उसने पोस्ट डालनी शुरू कर दी।
[ad_2]
Source link