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अमर उजाला
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प्रेस की आजादी देश के लोकतंत्र को मजबूत करने में अपनी भूमिका निभाती है। गण के लिए तंत्र को जवाबदेह बनाने का काम भी मीडिया करती है। 3 मई यानी प्रेस स्तंत्रतता दिवस। प्रेस की स्वतंत्रता को लेकर एएमयू के जनसंचार विभाग में प्रेस की स्वतंत्रता और उसके अधिकारों के बारे में पत्रकारिता के विद्यार्थियों ने अपनी राय रखी।
प्रेस की स्वतंत्रता से पत्रकार अपने विचार दुनिया के सामने रखते हैं। बिना किसी डर के गलत के खिलाफ बोलकर सच का साथ देते हैं। इसके लिए कभी उन्हें अपनी जान गंवानी पड़ती है। – अरीना अहमद, जनसंचार विभाग
सत्ता में बैठे लोगों की पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए प्रेस की स्वतंत्रता बहुत महत्वपूर्ण है। प्रेस की स्वतंत्रता इंडेक्स में 180 देशों में भारत 150वें स्थान पर पहुंच गया है। – जिब्रान उद्दीन, जनसंचार विभाग
मीडिया के लिए आजादी बहुत महत्वपूर्ण है। बिना आजादी के मीडिया अपनी बात सही तरीके से नहीं रख सकता। प्रेस की स्वतंत्रता देश के लिए एक सशक्त आधार है। –हरी मोहन सिंह, जनसंचार विभाग
पत्रकार और मीडिया संगठन, सरकार या सेंसरशिप सहित अन्य के डर के बिना समाचार देना, अपनी राय व्यक्त करने और सत्ता में बैठे लोगों को जवाबदेह ठहराने के लिए स्वतंत्र हैं। – बुशरा नाज, जनसंचार विभाग
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