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संवाद न्यूज एजेंसी, उन्नाव
Updated Sun, 14 May 2023 02:06 AM IST
औरास। नगर पंचायत औरास के मतदाताओं ने नगर निकाय चुनाव में एक बार फिर पुरानी परंपरा ही कायम रखी है। इस चुनाव में भी राजनीतिक दलों को तवज्जो न देकर निर्दलीय उम्मीदवार राकेश कुमार पर भरोसा जताया है। औरास नगर के गठन के बाद सन 1988 के हुए चुनाव में डॉ. बृजराज सिंह यादव ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर जीत दर्ज की थी। फिर 1995 के चुनाव में भी निर्दलीय प्रत्याशी उमेश सिंह ने बसपा के टिकट पर चुनाव लड़े पूर्व ब्लाक प्रमुख नवाब सिंह के बेटे को हराकर जीत हासिल की थी। वर्ष 2000 में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर बने नगर अध्यक्ष बने राकेश कुमार ने सन 2007 में सपा के टिकट पर चुनाव लड़ा लेकिन सफलता नहीं मिली। वहीं 2007 से 2017 तक दो चुनावों में निर्दलीय चुनाव लड़कर 10 साल तक कनौजिया परिवार ने नगर अध्यक्ष का कार्यकाल चलाया। सन 2017 में हुए चुनाव में भाजपा उम्मीदवार बाबूराम त्रिपाठी को निर्दलीय राकेश कुमार ने परास्त किया।
राकेश ने तय किया सभासद से अध्यक्ष की कुर्सी तक का सफर
औरास। सभासद से अध्यक्ष तक का सफर तय करने वाले राकेश कुमार ने औरास नगर का लगातार दूसरी बार चेयरमैन बनकर इतिहास रच दिया है। इनके पहले यह कारनामा कोई भी नगर अध्यक्ष नहीं पाया है। नगर निकाय के 2023 के हुए चुनाव में अनारक्षित सीट पर सन 2017 में चेयरमैन चुने गए राकेश कुमार ने भी अन्य उम्मीदवारों के सामने दावेदारी पेश की थी। इस चुनाव में पूर्व चेयरमैन जनार्दन कनौजिया और निवर्तमान चेयरमैन राकेश कुमार के मध्य मुकाबला माना जा रहा था। इन दो उम्मीदवारों के अलावा भाजपा प्रत्याशी बाबूलाल गौतम सहित चार और प्रत्याशी मैदान में थे। अंतिम चक्र तक चली मतगणना में कांटे की हुई टक्कर में राकेश कुमार ने एक बार फिर बाजी मारकर इतिहास रच दिया। उन्होंने मत 2259 हासिल कर पूर्व चेयरमैन जनार्दन कनौजिया को 25 मतों से चुनाव हराकर विजय पताका फहराई। राकेश ने अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत सभासद पद पर जीत हासिल करके की थी। वह सभासद से लेकर अध्यक्ष तक की कुर्सी पर पहुंचे हैं।
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