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संवाद न्यूज एजेंसी
पुरवा। उमस भरी गर्मी से बड़े बच्चे सभी बेहाल हैं। गुरुवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बुखार के साथ उल्टी और दस्त से पीड़ित 25 मरीज पहुंचे। जिसमें दस मरीजों को भर्ती कर इलाज किया गया। ग्लूकोज चढ़ाने के साथ अन्य दवाएं दी गईं।
भीषण गर्मी ने लोगों को जीना मुहाल कर रखा है। स्थिति यह है कि लोग डिहाइड्रेशन का शिकार हो रहे हैं।
गुरुवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 278 मरीजों ने पर्चा बनवाकर ओपीडी में डॉक्टर को दिखाया। इसमें कमजोरी, त्वचा रोगियों के साथ सांस फूलने, ब्लड प्रेशर सहित अन्य बीमारियों से पीड़ित मरीज शामिल थे। वहीं उल्टी दस्त से पीड़ित मरीजों में पंकज (34), कान्ती (50), मों फुरकान (47), रोहित (29), श्रीकेशन (41), गौरी (18), राहिल (37), रुबी (17) और मंगल (60) की हालत अधिक गंभीर देखते हुए उनका भर्ती कर इलाज किया गया।
फिजीशियन डॉ. दीपक वर्मा ने बताया कि भीषण गर्मी में लोग उल्टी दस्त का शिकार हो हो रहे हैं। ऐसे उन्हें धूप से बचाव के साथ खान पान पर भी ध्यान देने की जरूरत है। अधिक दिक्कत होने पर वह खुद इलाज न कर डॉक्टर की सलाह से ही इलाज करें।
डायरिया के लक्षण
– पानी का मल (पतला मल) आना।
– अत्यधिक मतली आना।
– पेट में दर्द और सूजन होना।
– शरीर में पानी की कमी होना।
– बार-बार बुखार आना।
– मल के साथ खून आना।
– बदहजमी की शिकायत होना।
– भूख में कमी आना।
बचाव के उपाय
– शुद्ध पानी पीएं।
– अच्छी तरह पका हुआ खाना खाएं।
– ताजा पके हुए गर्म खाने का सेवन करें।
– कच्चे भोजन का सेवन करने से बचें।
– चाय, कॉफी, सोडा, चॉकलेट आदि के सेवन से बचें।
– बार-बार हाथ धोएं और साफ-सफाई का खास ध्यान रखें।
– बचे हुए खाने को तुरंत फ्रिज में रख दें।
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