[ad_1]
उन्नाव। जिला अस्पताल में ब्लड सेपरेशन यूनिट का भवन बनकर तैयार है। कई जरूरी उपकरण भी लगाए जा चुके हैं। स्टाफ भी तैनात हो गया है। हालांकि लाइसेंस न मिलने से संचालन शुरू नहीं हो पाया है। अस्पताल प्रशासन ने आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है। कुछ जरूरी मशीनें लगने के बाद प्रदेश स्तरीय टीम सत्यापन करेगी और इसके बाद लाइसेंस जारी होने के साथ ही संचालन शुरू हो जाएगा।
जिला अस्पताल के ब्लड बैंक के पास ही ब्लड कंपानेंट यूनिट का निर्माण कराया गया है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार ब्लड बैंक की तरह ही ब्लड कंपोनेंट यूनिट का संचालन शुरू करने के लिए लाइसेंस की जरूरत होती है। अभी तक लाइसेंस जारी कराने की प्रक्रिया पूरी की जा रही है। उपकरण लगने के बाद, लखनऊ से टीम सेपरेशन यूनिट का निरीक्षण करेगी। उसकी स्वीकृति के बाद लाइसेंस जारी होगा।
एक यूनिट खून से बच सकेगी तीन मरीजों की जान
मानव के एक यूनिट खून में तीन कंपोनेंट होते हैं। इनमें पैक्डरेड, प्लाज्मा और प्लेटलेट्स शामिल हैं। कई बार मरीज को सिर्फ एक कंपोनेंट की जरूरत होती है। सेपरेशन यूनिट न होने से ब्लड बैंक से मरीज को पूरा ब्लड दे दिया जाता है। सेपरेशन यूनिट शुरू होने से मरीज की आवश्यकता के अनुसार कंपोनेंट दिया जा सकेगा और एक यूनिट खून तीन मरीजों के काम आ जाएगा।
सीएमएस डॉ. सुशील कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि कुछ उपकरण उपलब्ध हो गए हैं, कुछ अभी बाकी हैं। सभी उपकरण उपलब्ध होने के बाद लाइसेंस के लिए आवेदन कर दिया जाएगा।
[ad_2]
Source link