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उन्नाव। सपा सरकार में राज्यमंत्री रहे दिवंगत फतेह बहादुर सिंह के कब्बाखेड़ा स्थित दिव्यानंद आश्रम का आधा हिस्सा रविवार दोपहर पुलिस ने सील कर दिया।
आश्रम परिसर में बने एक गड्ढे से शव निकाले जाने के 16 दिन बाद विवेचक की अनुपस्थिति में की गई यह कार्रवाई किसी के गले नहीं उतर रही है। सीओ ने साक्ष्य संकलन के लिए यह कार्रवाई किए जाने की बात कही है।
दिवंगत फतेह बहादुर सिंह के बेटे रजोल ने साथी सूरज के साथ मिलकर 8 दिसंबर 2021 को उनाव शहर स्थित कांशीराम कालोनी में रहने वाली 22 वर्षीय युवती की हत्या पिता के आश्रम में दी थी।
शव को आश्रम परिसर में ही बने गड्ढे में दबा दिया था। 10 फरवरी को शव पुलिस ने गड्ढे से शव बरामद किया था।
इसके बाद से युवती की मां पुलिस पर आश्रम सील करने व दोनों आरोपियों पर सामूहिक दुष्कर्म की धारा बढ़ाने की मांग कर रही थी।
पुलिस ने कार्रवाई न करने पर पीड़ित परिवार ने रविवार को आश्रम के सामने धरना प्रदर्शन करने का ऐलान कर दिया। इसके बाद पुलिस हरकत में आ गई। मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी टीम में शामिल स्वॉट प्रभारी गौरव कुमार रविवार की सुबह पीड़ित परिवार को लेकर एसपी कार्यालय पहुंचे।
यहां मौजूद सीओ कृपा शंकर ने परिवार के लोगों की बात सुनी और कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद एसआईटी टीम में शामिल सदर कोतवाली प्रभारी ओपी राय, महिला थानाध्यक्ष प्रेमवती टीम के साथ युवती के परिजनों को लेकर दिव्यानंद आश्रम पहुंची।
टीम ने आश्रम के आधे हिस्से में बने कमरों को सील कर दिया।
सीओ कृपाशंकर ने साक्ष्य संकलन के क्रम में आश्रम को सील किए जाने की बात कही है। उनका कहना है कि इसमें पीड़ित परिवार की मांग का कोई मुद्दा नहीं है। मामले की विवेचना चल रही है।
आगे तथ्यों व साक्ष्यों के आधार पर दर्ज मामले में धाराएं बढ़ाई जाएंगी। स्थानीय लोगों के अनुसार आश्रम को सील किए जाने के दौरान सीओ सिटी मौके पर नहीं पहुंचे थे।
इस तरह की कार्रवाई में मामले की विवेचना कर रहे सीओ का मौके पर मौजूद रहना जरूरी होता है।
उन्नाव। सपा सरकार में राज्यमंत्री रहे दिवंगत फतेह बहादुर सिंह के कब्बाखेड़ा स्थित दिव्यानंद आश्रम का आधा हिस्सा रविवार दोपहर पुलिस ने सील कर दिया।
आश्रम परिसर में बने एक गड्ढे से शव निकाले जाने के 16 दिन बाद विवेचक की अनुपस्थिति में की गई यह कार्रवाई किसी के गले नहीं उतर रही है। सीओ ने साक्ष्य संकलन के लिए यह कार्रवाई किए जाने की बात कही है।
दिवंगत फतेह बहादुर सिंह के बेटे रजोल ने साथी सूरज के साथ मिलकर 8 दिसंबर 2021 को उनाव शहर स्थित कांशीराम कालोनी में रहने वाली 22 वर्षीय युवती की हत्या पिता के आश्रम में दी थी।
शव को आश्रम परिसर में ही बने गड्ढे में दबा दिया था। 10 फरवरी को शव पुलिस ने गड्ढे से शव बरामद किया था।
इसके बाद से युवती की मां पुलिस पर आश्रम सील करने व दोनों आरोपियों पर सामूहिक दुष्कर्म की धारा बढ़ाने की मांग कर रही थी।
पुलिस ने कार्रवाई न करने पर पीड़ित परिवार ने रविवार को आश्रम के सामने धरना प्रदर्शन करने का ऐलान कर दिया। इसके बाद पुलिस हरकत में आ गई। मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी टीम में शामिल स्वॉट प्रभारी गौरव कुमार रविवार की सुबह पीड़ित परिवार को लेकर एसपी कार्यालय पहुंचे।
यहां मौजूद सीओ कृपा शंकर ने परिवार के लोगों की बात सुनी और कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद एसआईटी टीम में शामिल सदर कोतवाली प्रभारी ओपी राय, महिला थानाध्यक्ष प्रेमवती टीम के साथ युवती के परिजनों को लेकर दिव्यानंद आश्रम पहुंची।
टीम ने आश्रम के आधे हिस्से में बने कमरों को सील कर दिया।
सीओ कृपाशंकर ने साक्ष्य संकलन के क्रम में आश्रम को सील किए जाने की बात कही है। उनका कहना है कि इसमें पीड़ित परिवार की मांग का कोई मुद्दा नहीं है। मामले की विवेचना चल रही है।
आगे तथ्यों व साक्ष्यों के आधार पर दर्ज मामले में धाराएं बढ़ाई जाएंगी। स्थानीय लोगों के अनुसार आश्रम को सील किए जाने के दौरान सीओ सिटी मौके पर नहीं पहुंचे थे।
इस तरह की कार्रवाई में मामले की विवेचना कर रहे सीओ का मौके पर मौजूद रहना जरूरी होता है।
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