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न्यूज डेस्क, अमर उजाला, वाराणसी
Published by: उत्पल कांत
Updated Mon, 28 Feb 2022 12:43 PM IST
सार
मंदिर प्रशासन के मुताबिक सांचे के आधार पर ही गर्भगृह की भीतरी दीवारों को स्वर्णमंडित किया गया है।
स्वर्णिम शिखर वाले काशीपुराधिपति के मंदिर का गर्भगृह भी अब स्वर्णिम आभा से दमकने लगा है। मंदिर के अंदर की पूरी दीवारों पर सोने के पत्तर चढ़ा दिए गए हैं। महाशिवरात्रि से पहले जो कार्य शेष है, उनको पूरा करा दिया जाएगा। शिवभक्त बाबा के गर्भगृह की स्वर्णिम आभा में शिव और शक्ति के एक साथ दर्शन कर सकेंगे।
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में गर्भगृह को 120 किलो सोने से स्वर्णमंडित कराने का काम लगभग पूरा हो चुका है। दक्षिण भारत के दानदाताओं के सहयोग से आने वाले समय में बाबा का संपूर्ण मंदिर स्वर्णिम आभा से दमकेगा। महाशिवरात्रि पर भक्तों को बाबा के स्वर्ण्म गर्भगृह के दर्शन होंगे।
10 सदस्यीय टीम दो चरणों में कर रही काम
सोने लगाने वाली संस्था के मुकुंद लाल के अनुसार गर्भगृह में सोना लगाने का कार्य पूर्ण हो चुका है। कुछ काम शेष है, जो कल तक हो जाएगा। गर्भगृह की दीवारों के बाद चौखट और अंत में बाहरी दीवाल पर सोना लगाया जाएगा। मंदिर के गर्भगृह की भीतरी और बाहरी दीवारों को स्वर्णमंडित करने के लिए 10 सदस्यीय टीम दो चरणों में काम कर रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार की शाम को बाबा विश्वनाथ के दरबार में दर्शन पूजन के बाद महाशिवरात्रि की तैयारियों के बारे में भी जानकारी ली। पीएम मोदी ने मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल से कहा कि बाबा के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की परेशानी ना हो। श्रद्धालुओं की सुविधा के सारे इंतजाम किए जाएं और उसकी निगरानी भी हो।
रविवार की शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी श्री काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचे। मंदिर के गर्भ गृह में चल रहे स्वर्ण मंडन के कार्य के पूर्ण होने के पश्चात पहली बार पूजा करने पहुंचे प्रधानमंत्री ने इस कार्य को देखते हुए कहा कि अद्भुत और अकल्पनीय कार्य हुआ है। स्वर्ण मंडन से विश्व के नाथ का दरबार एक अलग ही छवि प्रदर्शित कर रहा है। इस दौरान मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने पीएम को तैयारियों के बारे में जानकारी दी।
विस्तार
स्वर्णिम शिखर वाले काशीपुराधिपति के मंदिर का गर्भगृह भी अब स्वर्णिम आभा से दमकने लगा है। मंदिर के अंदर की पूरी दीवारों पर सोने के पत्तर चढ़ा दिए गए हैं। महाशिवरात्रि से पहले जो कार्य शेष है, उनको पूरा करा दिया जाएगा। शिवभक्त बाबा के गर्भगृह की स्वर्णिम आभा में शिव और शक्ति के एक साथ दर्शन कर सकेंगे।
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में गर्भगृह को 120 किलो सोने से स्वर्णमंडित कराने का काम लगभग पूरा हो चुका है। दक्षिण भारत के दानदाताओं के सहयोग से आने वाले समय में बाबा का संपूर्ण मंदिर स्वर्णिम आभा से दमकेगा। महाशिवरात्रि पर भक्तों को बाबा के स्वर्ण्म गर्भगृह के दर्शन होंगे।
10 सदस्यीय टीम दो चरणों में कर रही काम
सोने लगाने वाली संस्था के मुकुंद लाल के अनुसार गर्भगृह में सोना लगाने का कार्य पूर्ण हो चुका है। कुछ काम शेष है, जो कल तक हो जाएगा। गर्भगृह की दीवारों के बाद चौखट और अंत में बाहरी दीवाल पर सोना लगाया जाएगा। मंदिर के गर्भगृह की भीतरी और बाहरी दीवारों को स्वर्णमंडित करने के लिए 10 सदस्यीय टीम दो चरणों में काम कर रही है।
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