हरियाणा के कुरुक्षेत्र के बाबैन क्षेत्र के गांव बेरथला में एक दर्दनाक हादसा घटित हुआ जिसको सुनकर सभी की आंखों में आंसू छलक आये। सर्पदंश से दो मासूम भाइयों की मौत हो गई। घटना के बाद पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है। मृतकों में साढ़े तीन वर्षीय कयान और छह वर्षीय एविन शामिल हैं। दोनों बच्चों का गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया। इस घटना के बाद से उनके माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है। दोनों बच्चे एक ही बेड पर सोए हुए थे।
किरण ने बताया कि उसके पोते कयान और एविन अपनी मां अनु के साथ बेड पर सोए हुए थे। रविवार रात करीब 12 बजे कयान कान के पास तेज दर्द होने की शिकायत करने लगा। उसकी मां ने उसका कान देखा तो कान नीला पड़ चुका था। कुछ देर बाद एविन कान के पास दर्द होने की बात कहने लगा।
वे तुरंत दोनों बच्चों को बाबैन के निजी अस्पताल ले गए। यहां चिकित्सकों ने बच्चों की नाजुक हालत को देखते हुए रेफर कर दिया। इस दौरान कयान की तबीयत ज्यादा खराब हो गई थी। परिजन दोनों को लाडवा और यहां से मुलाना जिला अस्पताल अंबाला रेफर किया गया, जहां चिकित्सकों ने कयान को मृत घोषित कर दिया।
एविन की बिगड़ती हालत को देखते हुए चिकित्सकों ने उसे दाखिल कर लिया, मगर उपचार के दौरान एविन ने मंगलवार सुबह नौ बजे दम तोड़ दिया। एविन की मौत की खबर सुनते ही पूरा परिवार बुरी तरह से टूट गया। शाम को एविन का भी अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान आसपास के गांव के लोग भी परिवार को हौसला देने पहुंचे, मगर अनु और रामप्रकाश का दुख किसी से देखा नहीं जा रहा था। हालांकि सर्पदंश से मौत स्पष्ट होने के बाद परिजनों ने एविन का पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया।
बच्चों की मौत की सूचना पाकर स्नेक मैन सतीश फफड़ाना भी मौके पर पहुंचे। सतीश ने घर में जांच पड़ताल के बाद करीब डेढ़ फुट के कॉमन करैत सांप को काबू में किया। उन्होंने लोगों से अपने घर और घर के आसपास साफ-सफाई रखने का आह्वान किया।
कॉमन करैत प्रजाति के सांप को साइलेंट किलर कहा जाता है। जानकारी के अनुसार इस प्रजाति का सांप बिस्तर में घुसकर सोते हुए इंसान को काटता है। इसके डसने के बाद कई बार तो संबंधित व्यक्ति की नींद भी नहीं खुल पाती और वह दम तोड़ देता है। इसके दांत इतने बारीक होते हैं कि डसने के दौरान संबंधित व्यक्ति को दर्द का एहसास भी कम होता है। इस किस्म का सांप चूंकि ठंडे खून वाला होता है, इसलिए इंसान के शरीर के गर्मी से आकर्षित होता है। इसी वजह से यह बिस्तर तक पहुंचता है। यह सांप दिन में सुस्त और रात में पूरी तरह सक्रिय रहता है। इस तरह का मामला पिछले साल कैथल में भी सामने आ चुका है। कॉमन करैत के बचाव के लिए दरवाजों के नीचे ज्यादा जगह न रहने दें। घर में चूहे आदि के सुराग हैं तो बंद कर दें। ज्यादा बिल हैं तो मच्छरदानी लगाकर सोएं।