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टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि आसपास के लोगों की नींद खुल गई। घटनास्थल पर बड़ी संख्या में लोग पहुंच गए। पुलिस भी घटनास्थल पर आ गई। घायल सिपाही सत्यपाल सिंह और चालक को अस्पताल भेज दिया। वहीं सिपाही की पत्नी और बेटा कैंटर में फंस गए थे।
मां-बेटे को तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद शुक्रवार सुबह पांच बजे कैंटर से बाहर निकाला गया। मगर, तब तक दोनों की मौत हो चुकी थी। पुलिस ने शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। थानाध्यक्ष अवनीश कुमार का कहना है कि हादसे के बाद ट्रक चालक फरार हो गया। मामले में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
एनएच-2 पर सिकंदरा से लेकर एत्मादपुर क्षेत्र, रामबाग से खंदौली तक, ग्वालियर हाईवे पर कई बाद सड़क दुर्घटनाओं में लोगों की जान जा चुकी है। कई हादसे सड़क किनारे खड़े वाहनों से टक्कर की वजह से हो चुके हैं। इसके बावजूद राजमार्ग पर वाहनों को खड़ा होने से नहीं रोका जा पा रहा है।
गुरुद्वारा गुरु का ताल के पास हाईवे के सर्विस रोड पर बड़ी संख्या में ट्रक और अन्य सर्विस रोड पर खड़े होने से जाम लगता है। वहीं हादसों का भी खतरा बना रहता है। एसपी यातायात अरुण चंद का कहना है कि सड़क किनारे खड़े होने वाले वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए जल्द अभियान चलाया जाएगा।
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