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‘गोरक्षक घुसे घर में, बेटी का टूटा हाथ’
कसाईपाड़ा की रेशमा का आरोप है कि उनके घर के दरवाजे का धक्का मारकर गोरक्षक दल के कार्यकर्ता घुसे थे। इसके कारण उनकी बेटी मंशता का हाथ टूट गया। गोरक्षक दल के 30-35 कार्यकर्ताओं ने महिलाओं से अभद्रता की और घर से सामान भी ले गए हैं। यह सभी हथियारों से लैस थे। यह घर में दुधारू पशुओं को खोलकर ले जाने लगे। विरोध करने पर अभद्रता करने लगे और अपशब्द भी बोले। आए दिन यह नारेबाजी करके माहौल गर्माकर धार्मिक भावनाएं भड़काते हैं। आरोप लगाने वाली महिला ने एसएसपी को शिकायत भेजकर मुकदमा दर्ज करते हुए कार्रवाई की मांग की है।
डायल 112 पौने घंटे बाद पहुंची
गोरक्षक दल के जिलाध्यक्ष रविकांत शर्मा ने बताया कि गोकशी की सूचना मिलने पर पुलिस अफसरों को सूचित कर दिया गया था। वहां पहुंचने पर डायल 112 पर सूचना दी, पर पौने घंटे बाद गाड़ी पहुंची, तब तक उन पर हमला हो गया। अगर पुलिस समय से पहुंच जाती तो कार्यकर्ताओं पर हमला नहीं होता। उनका आरोप है कि पुलिस गोकशी रोक नहीं पा रही है। गोरक्षक रोकने पहुंच रहे हैं तो उनके साथ जाने से क्यों कतराती है।
गोरक्षकों ने युवक से की मारपीट
गोरक्षकों ने शुभान नाम के युवक से मारपीट कर डाली। कोतवाली पुलिस ने उसे छुड़ाकर अपने कब्जे में ले लिया। कोतवाल विजय कुमार सिंह ने बताया कि शुभान को तीन-चार थप्पड़ गोरक्षकों ने मार दिए थे। उसे पुलिस ने बचा लिया। इस मामले से उसका कुछ भी लेनादेना नहीं था। उसके घर में शादी है। उसे सकुशल घर भेज दिया गया।
गोविंदनगर पुलिस ने पकड़ा था गोवंश का मांस
गोविंदनगर पुलिस ने 18 फरवरी को मटियागेट से शारून को गिरफ्तार करते हुए गोवंश का 60 किलो मांस बरामद किया था। इसकी सूचना भी गोरक्षकों को लगी थी। हालांकि गोविंदनगर के प्रभारी निरीक्षक संजय कुमार पांडेय इस मामले में तीन को गिरफ्तार करके जेल भेज चुके हैं। फिलहाल तीन की तलाश में गोविंदनगर पुलिस लगातार दबिश दे रही है।
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