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उन्नाव। जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में बुखार से पीड़ित भर्ती युवक के जांच के दौरान खून की कमी मिली। डॉक्टर जब तक खून चढ़ाने की व्यवस्था करते तब तक उसने दम तोड़ दिया। जिला अस्पताल की ओपीडी में डायरिया व बुखार के 48 मरीजों को डॉक्टराें ने देखा और दवा लिखी।
सदर कोतवाली के मोहल्ला हुसैननगर निवासी राजेश (42) को करीब एक सप्ताह से बुखार आ रहा था। गुरुवार को हालत बिगड़ने पर परिजन उन्हें जिला अस्पताल की इमरजेंसी लेकर आए। जांच के दौरान खून कम मिलने पर डॉक्टर ने उसे भर्ती कर लिया। करीब एक घंटे बाद इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
जिला अस्पताल की ओपीडी में बुखार व डायरिया के 48 मरीज पहुंचे। जिसमें फिजीशियन डॉ. कौशलेंद्र प्रकाश ने 22 व सीनियर फीजिशियन डॉ. आलोक पांडेय ने 26 मरीजों को देखा और दवा लिखी।
उन्नाव। जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में बुखार से पीड़ित भर्ती युवक के जांच के दौरान खून की कमी मिली। डॉक्टर जब तक खून चढ़ाने की व्यवस्था करते तब तक उसने दम तोड़ दिया। जिला अस्पताल की ओपीडी में डायरिया व बुखार के 48 मरीजों को डॉक्टराें ने देखा और दवा लिखी।
सदर कोतवाली के मोहल्ला हुसैननगर निवासी राजेश (42) को करीब एक सप्ताह से बुखार आ रहा था। गुरुवार को हालत बिगड़ने पर परिजन उन्हें जिला अस्पताल की इमरजेंसी लेकर आए। जांच के दौरान खून कम मिलने पर डॉक्टर ने उसे भर्ती कर लिया। करीब एक घंटे बाद इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
जिला अस्पताल की ओपीडी में बुखार व डायरिया के 48 मरीज पहुंचे। जिसमें फिजीशियन डॉ. कौशलेंद्र प्रकाश ने 22 व सीनियर फीजिशियन डॉ. आलोक पांडेय ने 26 मरीजों को देखा और दवा लिखी।
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