हमीरपुर: फसल खराब होने पर किसान ने फांसी लगाई, साहूकारों से ले रखा था कर्ज

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न्यूज डेस्क, अमर उजाला, हमीरपुर
Published by: शिखा पांडेय
Updated Sat, 02 Apr 2022 11:32 PM IST

सार

फसल खराब होने से दुखी किसान ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस घटना से परिजनों में कोहराम मच गया।

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हमीरपुर जिले में जरिया थानाक्षेत्र के धगवां गांव में फसल खराब होने से दुखी किसान ने घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। शनिवार सुबह घटना की जानकारी होने पर परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस के मुताबिक परिजन साहूकारों का कर्ज भी बता रहे हैं।

जांच की जा रही है। धगवां गांव निवासी किसान गिरजाशंकर (35) के पास चार बीघा  जमीन थी। इसके अलावा उसने पांच बीघा जमीन बलकट पर लेकर इस वर्ष खेती की थी। उसके मृतक भाई की बेटी की शादी भी अक्तूबर में तय थी।

परिजनों ने बताया कि शुक्रवार को गिरजाशंकर खेत पर गए और चने की फसल की मड़ाई की तो उत्पादन काफी कम देख उन्हें सदमा लग गया। इसके बाद देर शाम वे घर लौटे और खाना खाकर अपने कमरे में लेट गए। शनिवार सुबह परिजनों ने शव फंदे पर लटका देखा तो घर पर चीख-पुकार मच गई।

परिजनों ने बताया कि गिरजाशंकर पर भतीजी की शादी की जिम्मेदारी थी और साहूकारों का भी उस पर कर्ज था। ऐसे में सारी उम्मीदें फसल से ही थी, अतिवृष्टि के चलते वह भी खराब हो गई। इससे ही दुखी होकर उन्होंने फांसी लगाई होगी।

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विस्तार

हमीरपुर जिले में जरिया थानाक्षेत्र के धगवां गांव में फसल खराब होने से दुखी किसान ने घर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। शनिवार सुबह घटना की जानकारी होने पर परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस के मुताबिक परिजन साहूकारों का कर्ज भी बता रहे हैं।

जांच की जा रही है। धगवां गांव निवासी किसान गिरजाशंकर (35) के पास चार बीघा  जमीन थी। इसके अलावा उसने पांच बीघा जमीन बलकट पर लेकर इस वर्ष खेती की थी। उसके मृतक भाई की बेटी की शादी भी अक्तूबर में तय थी।

परिजनों ने बताया कि शुक्रवार को गिरजाशंकर खेत पर गए और चने की फसल की मड़ाई की तो उत्पादन काफी कम देख उन्हें सदमा लग गया। इसके बाद देर शाम वे घर लौटे और खाना खाकर अपने कमरे में लेट गए। शनिवार सुबह परिजनों ने शव फंदे पर लटका देखा तो घर पर चीख-पुकार मच गई।

परिजनों ने बताया कि गिरजाशंकर पर भतीजी की शादी की जिम्मेदारी थी और साहूकारों का भी उस पर कर्ज था। ऐसे में सारी उम्मीदें फसल से ही थी, अतिवृष्टि के चलते वह भी खराब हो गई। इससे ही दुखी होकर उन्होंने फांसी लगाई होगी।

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