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सार
विदेशी विद्यार्थियों को प्रोत्साहित व प्रेरित करने के लिए एक नई पहल के तहत काशी हिन्दू विश्वविद्यालय अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए छात्रवृत्ति योजना की शुरुआत कर रहा है। योजना के अंतर्गत प्रत्येक विदेशी विद्यार्थी को हर महीने 6,000 रुपये की छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी।
बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी की ओर से कैंपस में अध्ययन कर रहे विदेशी छात्रों और नए दाखिले लेने वाले विदेशी छात्रों को विशेष तोहफा दिया गया है। विदेशी विद्यार्थियों को प्रोत्साहित व प्रेरित करने के लिए एक नई पहल के तहत काशी हिन्दू विश्वविद्यालय अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए छात्रवृत्ति योजना की शुरुआत कर रहा है। योजना के अंतर्गत प्रत्येक विदेशी विद्यार्थी को हर महीने 6,000 रुपये की छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी।
विश्वविद्यालय ने बताया कि छात्रवृत्ति को संतोषजनक प्रदर्शन के आधार पर हर वर्ष बढ़ाया जाएगा। यदि किसी के पास कम राशि वाली कोई छात्रवृत्ति है, तो वह अंतर पाने के हकदार होंगे। इस योजना को कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन की अध्यक्षता में इंस्टीट्यूशन ऑफ एमिनेंस बीएचयू की गवर्निंग बॉडी की बैठक में मंजूरी दी गई।
सैकड़ों विदेशी छात्र लेते हैं बीएचयू में प्रवेश
विश्वविद्यालय के आधिकारिक ट्वविटर हैंडल पर किए गए ट्वीट में कहा गया कि बीएचयू विश्व भर में अपनी विशिष्ठता के लिए जाना जाता है, क्योंकि यहां मानविकी, सामाजिक विज्ञान, चिकित्सा, प्रौद्योगिकी, विज्ञान, कला तथा मंच कला समेत तमाम विषयों में अनेक पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं, जो बीएचयू के नाम सर्वविद्या की राजधानी को सही अर्थों में चरितार्थ करता है। हर वर्ष दुनिया भर से सैकड़ों विदेशी छात्र बीएचयू में प्रवेश लेते हैं, जो यहां अनेक पाठ्यक्रमों में अध्ययन करते हैं।
फिलहाल 40 देशों से 431 विदेशी विद्यार्थी कर रहे अध्ययन
विश्वविद्यालय में वर्तमान में कुल सीटों के 15 प्रतिशत सीटों पर विदेशी छात्रों को प्रवेश दिया जाता है। विदेशी छात्रों के लिए ये सीटें सुपरनूमररी होती हैं। फिलहाल बीएचयू में लगभग 40 देशों से 431 विदेशी विद्यार्थी अध्ययन कर रहे हैं। इनमें 261 छात्र तथा 170 छात्राएं हैं। इस छात्रवृत्ति योजना से बीएचयू में प्रवेश लेने वाले विदेशी विद्यार्थियों की संख्या में वृद्धि की उम्मीद है। यह योजना नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP2020) की उस भावना के भी अनुरूप है, जिसमें भारतीय शिक्षण संस्थानों में अधिक विदेशी छात्रों के प्रवेश से शिक्षा व्यवस्था के अंतरराष्ट्रीयकरण पर जोर दिया जाना है।
डीन या विभाग प्रमुख की सिफारिश पर हर साल मिलेगी छात्रवृत्ति
विश्वविद्यालय प्रशासन ने कहा कि ऐसे अंतरराष्ट्रीय छात्र जिन्हें शैक्षणिक सत्र 2022-23 में विभिन्न स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में प्रवेश दिया जाएगा और जिनके पास कोई छात्रवृत्ति नहीं है, उन्हें रुपये 6,000/- प्रति माह का वजीफा दिया जाएगा। वहीं, प्रवेश के समय से अन्य छात्रवृत्ति वाले छात्र, जिनकी छात्रवृत्ति 6,000/- प्रति माह से कम है तो उन्हें वजीफे के रूप में अंतर राशि यानी शेष राशि प्रदान की जाएगी। साथ ही, स्नातक और स्नातकोत्तर छात्रों के लिए पाठ्यक्रम के पूरा होने तक हर साल छात्रवृत्ति की निरंतरता छात्र के प्रदर्शन और संकाय के संबंधित डीन या विभाग प्रमुख की सिफारिश पर आधारित होगी।
विस्तार
बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी की ओर से कैंपस में अध्ययन कर रहे विदेशी छात्रों और नए दाखिले लेने वाले विदेशी छात्रों को विशेष तोहफा दिया गया है। विदेशी विद्यार्थियों को प्रोत्साहित व प्रेरित करने के लिए एक नई पहल के तहत काशी हिन्दू विश्वविद्यालय अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए छात्रवृत्ति योजना की शुरुआत कर रहा है। योजना के अंतर्गत प्रत्येक विदेशी विद्यार्थी को हर महीने 6,000 रुपये की छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी।
विश्वविद्यालय ने बताया कि छात्रवृत्ति को संतोषजनक प्रदर्शन के आधार पर हर वर्ष बढ़ाया जाएगा। यदि किसी के पास कम राशि वाली कोई छात्रवृत्ति है, तो वह अंतर पाने के हकदार होंगे। इस योजना को कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन की अध्यक्षता में इंस्टीट्यूशन ऑफ एमिनेंस बीएचयू की गवर्निंग बॉडी की बैठक में मंजूरी दी गई।
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