[ad_1]
अमर उजाला नेटवर्क, सीतापुर
Published by: लखनऊ ब्यूरो
Updated Mon, 11 Apr 2022 12:39 AM IST
सार
मालूम रहे कि आजम खां करीब दो साल से अधिक समय से जिला कारागार में निरुद्ध हैं। लगभग 86 मामलों में उनकी जमानत हो चुकी है, एक मामले में उनकी जमानत होना बाकी है।
सीतापुर जेल में बंद कैदियों में सकारात्मक ऊर्जा भरने के साथ ही उनके जीवन में नई चेतना को जगाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। जेल से हर कोई कतराता है, जो कैदी यहां निरुद्ध हैं, वह भी अपनी मर्जी से नहीं है। अपराध करने के बाद तमाम तरीके की ऐसी समस्याएं और नकारात्मक ऊर्जाएं उनको घेरती होंगी। ऐसे में उनमें बदलाव लाने की मंशा से शासन के आदेश पर जेल प्रशासन ने अच्छी पहल की है।
सपा नेता आजम खां ने भी सुना मंत्रोच्चारण
जिला कारागार में निरुद्ध सपा नेता आजम खां ने भी मंत्रों का उच्चारण सुना। करीब आधे घंटे तक उन्होंने रिकार्ड किए गए मंत्रों को साउंड के जरिए सुना। मालूम रहे कि आजम खां करीब दो साल से अधिक समय से जिला कारागार में निरुद्ध हैं। लगभग 86 मामलों में उनकी जमानत हो चुकी है, एक मामले में उनकी जमानत होना बाकी है। उनके साथ उनकी पत्नी तंजीन फातिमा, बेटा अब्दुल्ला आजम खां भी निरुद्ध थे। वह पहले ही जमानत पर रिहा हो चुके हैं।
क्या है जेल प्रशासन की मंशा
जेल प्रशासन की मंशा है कि कैदियों में ऐसी ऊर्जा का संचार हो कि वह जरायम की राह ही छोड़ दें। इसी कड़ी में रविवार को गायत्री मंत्र और महामृत्युंजय का जाप जेल में कराया गया। सुबह प्रार्थना के बाद करीब आधा घंटे तक गायत्री मंत्र और महामृत्युंजय का लगातार जप किया गया।
अब हर रोज ऐसे ही आधे घंटे तक मंत्रों की ध्वनि सुनाई देगी। जेल अधीक्षक सुशील सिंह ने बताया कि ऐसा करने के पीछे कारागार प्रशासन की यह मंशा है कि यहां से जाने के बाद उनका लक्ष्य अपराध करना न हो, बल्कि वह समाज में एक अच्छी पहचान बनाएं। किसी भी अपराध को करने से परहेज करें और सरलता से जीवन व्यतीत करें।
विस्तार
सीतापुर जेल में बंद कैदियों में सकारात्मक ऊर्जा भरने के साथ ही उनके जीवन में नई चेतना को जगाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। जेल से हर कोई कतराता है, जो कैदी यहां निरुद्ध हैं, वह भी अपनी मर्जी से नहीं है। अपराध करने के बाद तमाम तरीके की ऐसी समस्याएं और नकारात्मक ऊर्जाएं उनको घेरती होंगी। ऐसे में उनमें बदलाव लाने की मंशा से शासन के आदेश पर जेल प्रशासन ने अच्छी पहल की है।
सपा नेता आजम खां ने भी सुना मंत्रोच्चारण
जिला कारागार में निरुद्ध सपा नेता आजम खां ने भी मंत्रों का उच्चारण सुना। करीब आधे घंटे तक उन्होंने रिकार्ड किए गए मंत्रों को साउंड के जरिए सुना। मालूम रहे कि आजम खां करीब दो साल से अधिक समय से जिला कारागार में निरुद्ध हैं। लगभग 86 मामलों में उनकी जमानत हो चुकी है, एक मामले में उनकी जमानत होना बाकी है। उनके साथ उनकी पत्नी तंजीन फातिमा, बेटा अब्दुल्ला आजम खां भी निरुद्ध थे। वह पहले ही जमानत पर रिहा हो चुके हैं।
क्या है जेल प्रशासन की मंशा
जेल प्रशासन की मंशा है कि कैदियों में ऐसी ऊर्जा का संचार हो कि वह जरायम की राह ही छोड़ दें। इसी कड़ी में रविवार को गायत्री मंत्र और महामृत्युंजय का जाप जेल में कराया गया। सुबह प्रार्थना के बाद करीब आधा घंटे तक गायत्री मंत्र और महामृत्युंजय का लगातार जप किया गया।
अब हर रोज ऐसे ही आधे घंटे तक मंत्रों की ध्वनि सुनाई देगी। जेल अधीक्षक सुशील सिंह ने बताया कि ऐसा करने के पीछे कारागार प्रशासन की यह मंशा है कि यहां से जाने के बाद उनका लक्ष्य अपराध करना न हो, बल्कि वह समाज में एक अच्छी पहचान बनाएं। किसी भी अपराध को करने से परहेज करें और सरलता से जीवन व्यतीत करें।
[ad_2]
Source link