हवा का रुख बदलने से तपिश से मिली राहत

0
27

[ad_1]

ख़बर सुनें

उन्नाव। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मौसम बदलने के साथ उत्तर-पूर्व की हवा चलने से अप्रैल में पहली बार भीषण तपिश से राहत मिली। तापमान इस माह में पहली बार 40 डिग्री के नीचे आ गया। हालांकि न्यूनतम तापमान में बहुत अधिक बदलाव नहीं आया, जिससे रात में उमस बनी हुई है।
गुरुवार सुबह से ही ठंडी हवा चलने से लोगों को लू की लपट से राहत मिली। अधिकतम तापमान चार डिग्री नीचे लुढ़ककर 38 डिग्री पर पहुंच गया। अभी तक अप्रैल में पश्चिम की गर्म हवा का जोर चल रहा था, जिस कारण भीषण तपिश हो रही थी। गुरुवार को उत्तर-पूर्व का हवा चली जिससे लू से लोगों को राहत मिली। न्यूनतम तापमान 23.4 डिग्री रहा, जो सामान्य से अधिक रहा। इस कारण रात में उमस रही।
चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक अजय मिश्रा ने बताया कि पश्चिम के जिलों में बूंदाबांदी और तेज हवा चलने से मौसम बदला है। आने वाले दिनों में बादल छाए रहेंगे तथा बूंदाबांदी की संभावना है। ऐसे में किसान गेहूं की कटाई का काम तेजी से करें। यदि गट्ठर हैं तो उन्हें ढक दें।

यह भी पढ़ें -  बोर्ड परीक्षा के लिए बनीं हेल्प डेस्क

उन्नाव। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मौसम बदलने के साथ उत्तर-पूर्व की हवा चलने से अप्रैल में पहली बार भीषण तपिश से राहत मिली। तापमान इस माह में पहली बार 40 डिग्री के नीचे आ गया। हालांकि न्यूनतम तापमान में बहुत अधिक बदलाव नहीं आया, जिससे रात में उमस बनी हुई है।

गुरुवार सुबह से ही ठंडी हवा चलने से लोगों को लू की लपट से राहत मिली। अधिकतम तापमान चार डिग्री नीचे लुढ़ककर 38 डिग्री पर पहुंच गया। अभी तक अप्रैल में पश्चिम की गर्म हवा का जोर चल रहा था, जिस कारण भीषण तपिश हो रही थी। गुरुवार को उत्तर-पूर्व का हवा चली जिससे लू से लोगों को राहत मिली। न्यूनतम तापमान 23.4 डिग्री रहा, जो सामान्य से अधिक रहा। इस कारण रात में उमस रही।

चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक अजय मिश्रा ने बताया कि पश्चिम के जिलों में बूंदाबांदी और तेज हवा चलने से मौसम बदला है। आने वाले दिनों में बादल छाए रहेंगे तथा बूंदाबांदी की संभावना है। ऐसे में किसान गेहूं की कटाई का काम तेजी से करें। यदि गट्ठर हैं तो उन्हें ढक दें।

[ad_2]

Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here