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असोहा। सरकारी भूमि पर कब्जा करने वालों पर प्रशासन की नजर टेढ़ी है। शनिवार को असोहा थाना क्षेत्र के कालूखेड़ा में गोचर की सुरक्षित भूमि पर किए गए अवैध निर्माण पर बुलडोजर चला दिया गया। विभागीय अधिकारियों के अनुसार कब्जा मुक्त कराई गई भूमि की कीमत करीब छह करोड़ रुपये है।
कालूखेड़ा में गोचर की भूमि पर अजय, देशराज, ओम प्रकाश गुप्ता व धुन्नर गुप्ता ने अवैध कब्जा कर रखा था। तहसीलदार पुरवा विराट कटवारिया के नेतृत्व में शनिवार को पहुंची राजस्व टीम ने अवैध निर्माण ढहा दिया। कार्रवाई के दौरान नायब तहसीलदार अमृतलाल, सीओ पंकज सिंह, क्षेत्रीय लेखपाल सुलभ शुक्ला, सूर्य प्रताप, निशांत वर्मा, प्रभारी निरीक्षक असोहा राजकुमार व चौकी इंचार्ज कालूखेड़ा विजय कुमार मौजूद रहे। तहसीलदार ने बताया कि डीएम के निर्देश पर दस बिसवा भूमि कब्जा मुक्त कराई है।
तालाब कब्जामुक्त कराया
असोहा। पुरवा तहसीलदार विराट कटवारिया और सीओ पंकज सिंह के नेतृत्व में राजस्व टीम ने असोहा के छियांटीकुर गांव में तालाब को पाटकर .0550 हेक्टेअर भूमि पर किए गए कब्जे हटवा दिया। तहसीलदार के मुताबिक कब्जामुक्त कराई गई भूमि 14.30 लाख रुपये की है। (संवाद)
कब्रिस्तान की भूमि पर कब्जे की शिकायत
उन्नाव। नवाबगंज विकासखंड की ग्राम पंचायत अजीजपुर के प्रधान हिंदपाल शर्मा ने डीएम को दिए गए शिकायतीपत्र में बताया कि उनकी ग्रामसभा में कब्रिस्तान की भूमि पर दूसरी पंचायत के कुछ लोग कब्जा करके अवैध निर्माण करा रहे हैं। बताया कि दूसरी पंचायत के अवैध कब्जा करने वाले लोगों की लेखपाल से भी शिकायत की गई लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। प्रधान ने डीएम से अवैध निर्माण को रुकवाने व अतिक्रमण को हटवाने की मांग की है। (संवाद)
सरकारी जमीनों पर हो रहा कब्जा
पाटन। बीघापुर तहसील प्रशासन के निहालखेड़ा मजरे धनकोली निवासी नीरज कुमार, राजबहादुर, आशु सिंह, राम बहादुर, बबलू सिंह आदि ने एसडीएम अजीत जायसवाल को शिकायतीपत्र देकर बताया कि गांव का एक व्यक्ति सरकारी भूमि पर पक्का निर्माण करा रहा है। वहीं बंजर भूमि पर भी दो लोगों ने कब्जा किया है। अवैध निर्माण रोकने के लिए दो माह पहले लेखपाल से शिकायत की गई थी। चार मार्च को नायब तहसीलदार को प्रार्थनापत्र दिया था। समाधान दिवस में भी शिकायत की गई लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। एसडीएम ने जांच कराकर दो दिन में शिकायत का निस्तारण करने का आश्वासन दिया है। (संवाद)
नीलामी तारीख बढ़ी तो रातोंरात सरकारी भूमि पर तैयार फसल काटी
सफीपुर। नीलामी तारीख बढ़ाए जाने के बाद गंगा कटरी क्षेत्र के ददलहा में 40 बीघा सरकारी भूमि पर तैयार फसल कट गई। फसल किसने काटी, इसका जवाब जिम्मेदार नहीं दे पा रहे हैं।
ददलहा निवासी नरेश, किशन लाल व सज्जन की शिकायत पर एसडीएम व एआरओ की संयुक्त टीम ने कटरी क्षेत्र पहुंचकर जांच की थी। इसमें 80 बीघा सरकारी भूमि पर फसल तैयार होने की पुष्टि हुई थी। अधिकारियों ने फसल जब्त कर गांव के ही बबलू की सुपुर्दगी में इसे सौंपकर नीलामी की तारीख 13 अप्रैल तय की थी।
बाद में जब कुछ किसानों ने भूमि का मालिकाना हक दिखाया था तो प्रशासन ने 40 बीघा भूमि छोड़ दी थी। शेष भूमि पर तैयार फसल की नीलामी की पूर्व तारीख 13 अप्रैल निरस्त करके अग्रिम तिथि की जल्द घोषणा करने की बात कही थी। फसल नीलामी की आगे की तिथि तय होती उससे पहले ही 40 बीघा भूमि पर खड़ी फसल रातों रात काट ली गई। एसडीएम रामसकल मौर्य ने बताया कि कटरी क्षेत्र सर्वे में है। जब तक सर्वे पूरा नहीं होता, भूमि चिह्नित करना संभव नहीं है। इसका फायदा किसानों ने उठाया है। इसकी जांच कराई जा रही है।
असोहा। सरकारी भूमि पर कब्जा करने वालों पर प्रशासन की नजर टेढ़ी है। शनिवार को असोहा थाना क्षेत्र के कालूखेड़ा में गोचर की सुरक्षित भूमि पर किए गए अवैध निर्माण पर बुलडोजर चला दिया गया। विभागीय अधिकारियों के अनुसार कब्जा मुक्त कराई गई भूमि की कीमत करीब छह करोड़ रुपये है।
कालूखेड़ा में गोचर की भूमि पर अजय, देशराज, ओम प्रकाश गुप्ता व धुन्नर गुप्ता ने अवैध कब्जा कर रखा था। तहसीलदार पुरवा विराट कटवारिया के नेतृत्व में शनिवार को पहुंची राजस्व टीम ने अवैध निर्माण ढहा दिया। कार्रवाई के दौरान नायब तहसीलदार अमृतलाल, सीओ पंकज सिंह, क्षेत्रीय लेखपाल सुलभ शुक्ला, सूर्य प्रताप, निशांत वर्मा, प्रभारी निरीक्षक असोहा राजकुमार व चौकी इंचार्ज कालूखेड़ा विजय कुमार मौजूद रहे। तहसीलदार ने बताया कि डीएम के निर्देश पर दस बिसवा भूमि कब्जा मुक्त कराई है।
तालाब कब्जामुक्त कराया
असोहा। पुरवा तहसीलदार विराट कटवारिया और सीओ पंकज सिंह के नेतृत्व में राजस्व टीम ने असोहा के छियांटीकुर गांव में तालाब को पाटकर .0550 हेक्टेअर भूमि पर किए गए कब्जे हटवा दिया। तहसीलदार के मुताबिक कब्जामुक्त कराई गई भूमि 14.30 लाख रुपये की है। (संवाद)
कब्रिस्तान की भूमि पर कब्जे की शिकायत
उन्नाव। नवाबगंज विकासखंड की ग्राम पंचायत अजीजपुर के प्रधान हिंदपाल शर्मा ने डीएम को दिए गए शिकायतीपत्र में बताया कि उनकी ग्रामसभा में कब्रिस्तान की भूमि पर दूसरी पंचायत के कुछ लोग कब्जा करके अवैध निर्माण करा रहे हैं। बताया कि दूसरी पंचायत के अवैध कब्जा करने वाले लोगों की लेखपाल से भी शिकायत की गई लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। प्रधान ने डीएम से अवैध निर्माण को रुकवाने व अतिक्रमण को हटवाने की मांग की है। (संवाद)
सरकारी जमीनों पर हो रहा कब्जा
पाटन। बीघापुर तहसील प्रशासन के निहालखेड़ा मजरे धनकोली निवासी नीरज कुमार, राजबहादुर, आशु सिंह, राम बहादुर, बबलू सिंह आदि ने एसडीएम अजीत जायसवाल को शिकायतीपत्र देकर बताया कि गांव का एक व्यक्ति सरकारी भूमि पर पक्का निर्माण करा रहा है। वहीं बंजर भूमि पर भी दो लोगों ने कब्जा किया है। अवैध निर्माण रोकने के लिए दो माह पहले लेखपाल से शिकायत की गई थी। चार मार्च को नायब तहसीलदार को प्रार्थनापत्र दिया था। समाधान दिवस में भी शिकायत की गई लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। एसडीएम ने जांच कराकर दो दिन में शिकायत का निस्तारण करने का आश्वासन दिया है। (संवाद)
नीलामी तारीख बढ़ी तो रातोंरात सरकारी भूमि पर तैयार फसल काटी
सफीपुर। नीलामी तारीख बढ़ाए जाने के बाद गंगा कटरी क्षेत्र के ददलहा में 40 बीघा सरकारी भूमि पर तैयार फसल कट गई। फसल किसने काटी, इसका जवाब जिम्मेदार नहीं दे पा रहे हैं।
ददलहा निवासी नरेश, किशन लाल व सज्जन की शिकायत पर एसडीएम व एआरओ की संयुक्त टीम ने कटरी क्षेत्र पहुंचकर जांच की थी। इसमें 80 बीघा सरकारी भूमि पर फसल तैयार होने की पुष्टि हुई थी। अधिकारियों ने फसल जब्त कर गांव के ही बबलू की सुपुर्दगी में इसे सौंपकर नीलामी की तारीख 13 अप्रैल तय की थी।
बाद में जब कुछ किसानों ने भूमि का मालिकाना हक दिखाया था तो प्रशासन ने 40 बीघा भूमि छोड़ दी थी। शेष भूमि पर तैयार फसल की नीलामी की पूर्व तारीख 13 अप्रैल निरस्त करके अग्रिम तिथि की जल्द घोषणा करने की बात कही थी। फसल नीलामी की आगे की तिथि तय होती उससे पहले ही 40 बीघा भूमि पर खड़ी फसल रातों रात काट ली गई। एसडीएम रामसकल मौर्य ने बताया कि कटरी क्षेत्र सर्वे में है। जब तक सर्वे पूरा नहीं होता, भूमि चिह्नित करना संभव नहीं है। इसका फायदा किसानों ने उठाया है। इसकी जांच कराई जा रही है।
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