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उन्नाव। चार दिन की जद्दोजहद के बाद भी नियुक्ति वाले विद्यालयों में तैनाती न देने पर टीजीटी-पीजीटी के 23 अभ्यर्थियों ने बतौर शिक्षक (रमसा) राष्ट्रीय माध्यमिक स्कूलों में गुरुवार से काम शुरू कर दिया है। वहीं इन अभ्यर्थियों को नियुक्ति न देने वाले प्रबंधतंत्र को भंग करने की संस्तुति भी डीआइओएस ने कर दी है। इसके लिए माध्यमिक शिक्षा निदेशक को पत्र भेजा है।
सोमवार को डीआइओएस ने विद्यालय प्रबंधकों पर मुकदमा भी दर्ज कराया था। मुख्यमंत्री कार्यालय से सीधे संज्ञान लिए जाने के बाद अब तक अभ्यर्थी शोभा सिंह जलाल को ही नियुक्ति वाले विद्यालय में तैनाती दी गई है। शेष अभ्यर्थी डीआइओएस कार्यालय के रजिस्टर में हाजिरी दर्ज कर रहे थे। बुधवार को अभ्यर्थी डीएम रवींद्र कुमार से मिले थे।
डीएम ने डीआइओएस को कार्यालय बुलवाकर समस्या हल करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद डीआइओएस ने अभ्यर्थियों को जिले में संचालित राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा के स्कूलों में भेजने की तैयारी करने की जानकारी दी थी।
संबंधित अभ्यर्थी बतौर शिक्षक रमसा में तब तक सेवाए देंगे, जब तक नियुक्ति वाले विद्यालय से तदर्थ शिक्षक नहीं हट जाते। डीआईओएस राजेश कुमार पांडेय ने बताया कि जिन विद्यालयों में टीजीटी-पीजीटी को नियुक्ति नहीं दी जा रही है, उनके खिलाफ प्रबंधतंत्र को भंग करने की संस्तुति करते हुए पत्र शिक्षा निदेशक को भेज दिया गया है।
उन्नाव। चार दिन की जद्दोजहद के बाद भी नियुक्ति वाले विद्यालयों में तैनाती न देने पर टीजीटी-पीजीटी के 23 अभ्यर्थियों ने बतौर शिक्षक (रमसा) राष्ट्रीय माध्यमिक स्कूलों में गुरुवार से काम शुरू कर दिया है। वहीं इन अभ्यर्थियों को नियुक्ति न देने वाले प्रबंधतंत्र को भंग करने की संस्तुति भी डीआइओएस ने कर दी है। इसके लिए माध्यमिक शिक्षा निदेशक को पत्र भेजा है।
सोमवार को डीआइओएस ने विद्यालय प्रबंधकों पर मुकदमा भी दर्ज कराया था। मुख्यमंत्री कार्यालय से सीधे संज्ञान लिए जाने के बाद अब तक अभ्यर्थी शोभा सिंह जलाल को ही नियुक्ति वाले विद्यालय में तैनाती दी गई है। शेष अभ्यर्थी डीआइओएस कार्यालय के रजिस्टर में हाजिरी दर्ज कर रहे थे। बुधवार को अभ्यर्थी डीएम रवींद्र कुमार से मिले थे।
डीएम ने डीआइओएस को कार्यालय बुलवाकर समस्या हल करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद डीआइओएस ने अभ्यर्थियों को जिले में संचालित राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा के स्कूलों में भेजने की तैयारी करने की जानकारी दी थी।
संबंधित अभ्यर्थी बतौर शिक्षक रमसा में तब तक सेवाए देंगे, जब तक नियुक्ति वाले विद्यालय से तदर्थ शिक्षक नहीं हट जाते। डीआईओएस राजेश कुमार पांडेय ने बताया कि जिन विद्यालयों में टीजीटी-पीजीटी को नियुक्ति नहीं दी जा रही है, उनके खिलाफ प्रबंधतंत्र को भंग करने की संस्तुति करते हुए पत्र शिक्षा निदेशक को भेज दिया गया है।
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