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सार
उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने कहा कि दोषी किसी भी स्तर के हों बख्शे नहीं जाएंगे। प्रश्नपत्र लीक करने वाले प्रबंध तंत्र के साथ ही पेपर खरीदने वाले परीक्षार्थियों पर भी कार्रवाई की जाए।
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विस्तार
प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने आगरा के डॉ. आंबेडकर विश्वविद्यालय की मुख्य परीक्षाओं के प्रश्नपत्र आउट करने के दोषियों तक पहुंचने के लिए पुलिस को 48 घंटे का समय दिया है। रविवार को सर्किट हाउस में शिक्षा विभाग के अधिकारियों और एसएसपी के साथ बैठक में उन्होंने निर्देश दिए कि प्रश्नपत्र लीक करने वाले प्रबंध तंत्र के साथ ही पेपर खरीदने वाले परीक्षार्थियों को भी कार्रवाई के दायरे में लाएं।
उच्च शिक्षा मंत्री ने विभागीय जांच के अलावा परीक्षा केंद्रों की निगरानी के लिए समिति गठित करने, परीक्षा नियंत्रक को कार्य से विरत कर कुलसचिव को परीक्षा की जिम्मेदारी सौंपने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि दोषी किसी भी स्तर के हों बख्शे नहीं जाएंगे। मंत्री ने प्रश्नपत्रों को संरक्षित करने के लिए वाईफाई युक्त डिजिटल लॉक का प्रयोग करने करने के लिए कहा।
आब्जर्वर तैनात करने निर्देश
महाविद्यालय परिसर में केंद्राध्यक्ष के अतिरिक्त समस्त संबंधितों को मोबाइल ले जाना वर्जित किया। समस्त नोडल सेंटर पर आब्जर्वर तैनात करने निर्देश दिए। शुचिता के लिए यह भी विचार आया कि महाविद्यालयों में प्रश्नपत्र पर्यवेक्षक एवं दो छात्रों के सामने खोला जाए और प्रश्नपत्रों का वितरण बैंकों के माध्यम से कराया जाए। बैठक में आंबेडकर विवि के कुलपति विनय पाठक, क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी डॉ. रेखा रानी तिवारी, एसएसपी सुधीर कुमार सिंह, एसपी सिटी विकास कुमार आदि मौजूद रहे।
परीक्षा नियंत्रक पर गिरी गाज
बैठक के बाद प्रभारी कुलपति प्रोफेसर विनय पाठक ने आदेश जारी किया कि विश्वविद्यालय की बची हुई परीक्षाओं को कराने का उत्तरदायित्व परीक्षा नियंत्रक अजय कृष्ण यादव की जगह कुलसचिव संजीव कुमार सिंह संभालेंगे। अजय कृष्ण यादव कुलपति की ओर से बताए गए काम देखेंगे। सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि बची हुई परीक्षाएं कुलसचिव की निगरानी में संपन्न होंगी। सभी नोडल केंद्रों पर विश्वविद्यालय की ओर से एक-एक पर्यवेक्षक नियुक्त किया जाएगा। इसके अलावा अन्य निर्णय लिए।
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