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सार
पुलिस ने हत्या के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उनके गिरोह की फरार महिला सदस्य की हत्या का राजफाश हुआ। पुलिस ने फरार समझ महिला पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था, लेकिन उसके साथियों ने उसकी हत्या 2019 में ही कर दी थी।
कासगंज पुलिस ने शादी का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह की इनामी महिला सदस्य की हत्या का राजफाश किया है। तीन वर्ष पूर्व हुई इसी गिरोह के एक सदस्य की हत्या के मामले में वांछित चल रहे 25 हजार के इनामी की गिरफ्तारी होने पर यह राज खुला है। इस मामले में जमानत पर चल रहे एक और हत्यारोपी को भी गिरफ्तार कर लिया गया। यह भी महिला की हत्या में शामिल रहा। गिरफ्तार हत्यारोपियों की निशानदेही पर महिला के शव का कंकाल बरामद कर लिया गया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को जेल भेजा है।
गुरुवार को प्रेसवार्ता कर एसपी रोहन प्रमोद बोत्रे ने बताया कि मार्च 2019 में बदायूं जनपद के मूसाझाग गांव के निवासी महेश पुत्र राजेश्वर सिंह जोकि गिरोह का सदस्य था, उसकी हत्या गिरोह के अन्य साथियों ने ही गला घोंटकर कर पटियाली के गांव बीनपुर में कर दी थी। हत्या कर शव को पटियाली-अलीगंज रोड के किनारे फेंक दिया था। इस मामले में महेश के भाई ओमेंद्र ने गिरोह के पांच लोगों के खिलाफ मामला पंजीकृत कराया। जिसमें डॉ. नरवेश, वीनेश, अशोक श्रीवास्तव, धनवीर और एक महिला को नामजद किया गया।
गिरोह के आपसी झगड़े में हुई थी हत्या
यह हत्या गिरोह के साथियों के बीच हुए आपसी झगड़े में की गई। इस मामले में वीनेश, अशोक और धनवीर को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, लेकिन डॉ. नरवेश और महिला फरार थे। पुलिस इन दोनों की गिरफ्तारी के प्रयास कर रही थी। लगातार फरार रहने पर इन पर 25-25 हजार इनाम घोषित था। एसओजी, सर्विलांस और थाना पुलिस की टीमों ने फरार इनामी आरोपी डॉ. नरवेश को बदायूं के छोटे शरीफ दरगाह के पास लालपुल से बुधवार को गिरफ्तार कर लिया।
राज खुलने से डर से महिला साथी को भी मार डाला
पुलिस ने जब फरार महिला के बारे में पूछा तो उसने उसकी हत्या का राज उगल दिया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि महेश और महिला के बीच प्रेम संबंध थे। गिरोह के साथियों ने महेश की हत्या कर दी थी। महिला इसकी जानकारी पुलिस को देने की धमकी देती थी। राज खुलने के डर से अप्रैल 2019 में डॉ. नरवेश ने अपने साथी धनवीर, अशोक और वीनेश के साथ मिलकर महिला के साथ पहले दुष्कर्म किया। फिर दुपट्टे से गला घोंटकर हत्या कर दी।
आरोपियों ने हत्या के बाद महिला के शव को थाना सुन्नगढ़ी इलाके के खिजरपुर में गड्ढे में दफना दिया। पुलिस ने हत्यारोपी नरवेश की निशानदेही पर महिला के शव का कंकाल बरामद कर लिया। पुलिस ने महेश की हत्या में जमानत पर चल रहे हत्यारोपी धनवीर को भी गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने पूजा की हत्या का मामला थाना सुन्नगढ़ी में दर्ज किया है। इस मामले में पुलिस अब अशोक श्रीवास्तव और वीनेश की तलाश कर रही है। यह आरोपी भी जमानत पर चल रहे थे।
विस्तार
कासगंज पुलिस ने शादी का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह की इनामी महिला सदस्य की हत्या का राजफाश किया है। तीन वर्ष पूर्व हुई इसी गिरोह के एक सदस्य की हत्या के मामले में वांछित चल रहे 25 हजार के इनामी की गिरफ्तारी होने पर यह राज खुला है। इस मामले में जमानत पर चल रहे एक और हत्यारोपी को भी गिरफ्तार कर लिया गया। यह भी महिला की हत्या में शामिल रहा। गिरफ्तार हत्यारोपियों की निशानदेही पर महिला के शव का कंकाल बरामद कर लिया गया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को जेल भेजा है।
गुरुवार को प्रेसवार्ता कर एसपी रोहन प्रमोद बोत्रे ने बताया कि मार्च 2019 में बदायूं जनपद के मूसाझाग गांव के निवासी महेश पुत्र राजेश्वर सिंह जोकि गिरोह का सदस्य था, उसकी हत्या गिरोह के अन्य साथियों ने ही गला घोंटकर कर पटियाली के गांव बीनपुर में कर दी थी। हत्या कर शव को पटियाली-अलीगंज रोड के किनारे फेंक दिया था। इस मामले में महेश के भाई ओमेंद्र ने गिरोह के पांच लोगों के खिलाफ मामला पंजीकृत कराया। जिसमें डॉ. नरवेश, वीनेश, अशोक श्रीवास्तव, धनवीर और एक महिला को नामजद किया गया।
गिरोह के आपसी झगड़े में हुई थी हत्या
यह हत्या गिरोह के साथियों के बीच हुए आपसी झगड़े में की गई। इस मामले में वीनेश, अशोक और धनवीर को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, लेकिन डॉ. नरवेश और महिला फरार थे। पुलिस इन दोनों की गिरफ्तारी के प्रयास कर रही थी। लगातार फरार रहने पर इन पर 25-25 हजार इनाम घोषित था। एसओजी, सर्विलांस और थाना पुलिस की टीमों ने फरार इनामी आरोपी डॉ. नरवेश को बदायूं के छोटे शरीफ दरगाह के पास लालपुल से बुधवार को गिरफ्तार कर लिया।
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