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उन्नाव। जिला पुरुष व महिला अस्पताल में संचालित व्यवस्थाओं, मरीजों का इलाज और दलालों की अब सीसीटीवी कैमरों से निगरानी होगी। कैमरों की मॉनीटरिंग स्वास्थ्य महानिदेशक कार्यालय से की जाएगी। व्यवस्था के तहत इमरजेंसी वार्ड में चार सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए हैं। ओपीडी व दवा वितरण कक्ष में भी कैमरे लगाए जाएंगे।
जिला अस्पताल से मरीज बिना बताए उठकर चले जाते हैं। काम की व्यस्तता के चलते स्टॉफ उसे देख नहीं पाता। इसके अलावा दलाल मरीजों को बहला फुसलाकर निजी अस्पताल लेकर चले जाते हैं। इन पर अंकुश लगाने के लिए डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने स्वास्थ्य महानिदेशालय को इसकी मॉनीटरिंग करने के आदेश डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने दिए हैं।
इसको देखते हुए सीएमएस ने रविवार को जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड व स्टाफ नर्स के कक्ष तक चार सीसीटीवी लगवाए हैं। यह कैमरे इमरजेंसी वार्ड में भर्ती मरीजों की निगरानी के डॉक्टर व स्टॉफ नर्स का मरीजों के प्रति व्यवहार व गेट से बाहर आने जाने वालों पर नजर रखेंगे।
ओपीडी के दौरान डॉक्टर मरीजों को देख रहे हैं या नहीं। दवा वितरण कक्ष में कैसी व्यवस्था चल रही है, इसकी भी निगरानी शासन स्तर से की जाएगी। सीएमएस डॉ. पवन कुमार ने बताया कि अभी तक जिला अस्पताल में 21 सीसीटीवी लगवाये जा चुके हैं, जिसमें पर्चा काउंटर भी शामिल है। अभी जहां जरूरत पड़ेगी वहां और कैमरे लगवाए जाएंगे।
उन्नाव। जिला पुरुष व महिला अस्पताल में संचालित व्यवस्थाओं, मरीजों का इलाज और दलालों की अब सीसीटीवी कैमरों से निगरानी होगी। कैमरों की मॉनीटरिंग स्वास्थ्य महानिदेशक कार्यालय से की जाएगी। व्यवस्था के तहत इमरजेंसी वार्ड में चार सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए हैं। ओपीडी व दवा वितरण कक्ष में भी कैमरे लगाए जाएंगे।
जिला अस्पताल से मरीज बिना बताए उठकर चले जाते हैं। काम की व्यस्तता के चलते स्टॉफ उसे देख नहीं पाता। इसके अलावा दलाल मरीजों को बहला फुसलाकर निजी अस्पताल लेकर चले जाते हैं। इन पर अंकुश लगाने के लिए डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने स्वास्थ्य महानिदेशालय को इसकी मॉनीटरिंग करने के आदेश डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने दिए हैं।
इसको देखते हुए सीएमएस ने रविवार को जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड व स्टाफ नर्स के कक्ष तक चार सीसीटीवी लगवाए हैं। यह कैमरे इमरजेंसी वार्ड में भर्ती मरीजों की निगरानी के डॉक्टर व स्टॉफ नर्स का मरीजों के प्रति व्यवहार व गेट से बाहर आने जाने वालों पर नजर रखेंगे।
ओपीडी के दौरान डॉक्टर मरीजों को देख रहे हैं या नहीं। दवा वितरण कक्ष में कैसी व्यवस्था चल रही है, इसकी भी निगरानी शासन स्तर से की जाएगी। सीएमएस डॉ. पवन कुमार ने बताया कि अभी तक जिला अस्पताल में 21 सीसीटीवी लगवाये जा चुके हैं, जिसमें पर्चा काउंटर भी शामिल है। अभी जहां जरूरत पड़ेगी वहां और कैमरे लगवाए जाएंगे।
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