Mainpuri: अनुसूचित जाति के युवक को भंडारे में नहीं परोसने दिया खाना, न खाने दिया, आरोपियों ने पीटकर भगाया

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सार

जातिवाद का जहर लोगों के मन से खत्म नहीं हो रहा है। मैनपुरी जिले में ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहां भंडारे में खाना परासने पर कुछ लोगों ने अनुसूचित जाति के युवक की पिटाई कर दी। 

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मैनपुरी के औंछा थाना क्षेत्र के गांव अकबरपुर औंछा में ओम ऋषि आश्रम पर अनुसूचित जाति के युवक ने भंडारे में खाना परोसा तो लोग भड़क गए। युवक को जातिसूचक गालियां दी गईं। उसने विरोध किया तो आरोपियों ने उसकी पिटाई कर दी। इसके बाद उसे भंडारे से भगा दिया। पीड़ित युवक ने थाने में तहरीर दी है। 

जानकारी के मुताबिक गांव अकबरपुर औंछा के ओम ऋषि आश्रम पर भागवत कथा हुई थी। शाम को भंडारे का आयोजन हुआ। इसमें गांव निवासी युवक अजय प्रताप भी पहुंचा था। उसने आरोप लगाया है कि गांव के कुछ लोगों ने उसे भंडारे में इसलिए खाना नहीं परोसने दिया, क्योंकि वह अनुसूचित जाति से है। विरोध करने पर उसे पीटा भी गया। 

‘मैं भी इंसान हूं…’

पीड़ित की ओर से थाने में दी गई तहरीर के मुताबिक भंडारे में अन्य युवकों के साथ वह भी खाना परोसने लगा था, जिस देख वहां मौजूद कुछ लोग भड़क गए। उक्त लोगों ने उसे जातिसूचक शब्द बोलते हुए खाना परोसने से रोक दिया। इस पर अजय प्रताप ने कहा कि मैं भी इंसान हूं। भारत के संविधान में मुझे भी स्वतंत्रता दी गई है।

आरोप है कि अजय की बात सुनकर आरोपी भड़क गए। आरोपियों ने उसे भंडारे में न खाना परोसने दिया और न ही खाने दिया। विरोध करने पर आरोपियों ने उसकी पिटाई कर दी और जातिसूचक गालियां देकर भंडारे से भगा दिया। जान से मारने की धमकी भी दी। पीड़ित युवक ने औंछा निवासी पांच लोगों के खिलाफ नामजद तहरीर दी है। 

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विस्तार

मैनपुरी के औंछा थाना क्षेत्र के गांव अकबरपुर औंछा में ओम ऋषि आश्रम पर अनुसूचित जाति के युवक ने भंडारे में खाना परोसा तो लोग भड़क गए। युवक को जातिसूचक गालियां दी गईं। उसने विरोध किया तो आरोपियों ने उसकी पिटाई कर दी। इसके बाद उसे भंडारे से भगा दिया। पीड़ित युवक ने थाने में तहरीर दी है। 

जानकारी के मुताबिक गांव अकबरपुर औंछा के ओम ऋषि आश्रम पर भागवत कथा हुई थी। शाम को भंडारे का आयोजन हुआ। इसमें गांव निवासी युवक अजय प्रताप भी पहुंचा था। उसने आरोप लगाया है कि गांव के कुछ लोगों ने उसे भंडारे में इसलिए खाना नहीं परोसने दिया, क्योंकि वह अनुसूचित जाति से है। विरोध करने पर उसे पीटा भी गया। 

‘मैं भी इंसान हूं…’

पीड़ित की ओर से थाने में दी गई तहरीर के मुताबिक भंडारे में अन्य युवकों के साथ वह भी खाना परोसने लगा था, जिस देख वहां मौजूद कुछ लोग भड़क गए। उक्त लोगों ने उसे जातिसूचक शब्द बोलते हुए खाना परोसने से रोक दिया। इस पर अजय प्रताप ने कहा कि मैं भी इंसान हूं। भारत के संविधान में मुझे भी स्वतंत्रता दी गई है।

आरोप है कि अजय की बात सुनकर आरोपी भड़क गए। आरोपियों ने उसे भंडारे में न खाना परोसने दिया और न ही खाने दिया। विरोध करने पर आरोपियों ने उसकी पिटाई कर दी और जातिसूचक गालियां देकर भंडारे से भगा दिया। जान से मारने की धमकी भी दी। पीड़ित युवक ने औंछा निवासी पांच लोगों के खिलाफ नामजद तहरीर दी है। 

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